लखनऊ: प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में तैनात आउटसोर्सिंग नर्सिंग महिला कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने के बाद अब वह सड़क पर आ चुकी हैं. वह पिछले कई महीनों से प्रदेश सरकार के मंत्री और अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगा रही हैं. लेकिन उनकी पुकार कोई सुनने को तैयार नहीं है. यही नहीं वो अपनी मांगों को लेकर कई बार धरना भी दे चुकी हैं बावजूद इसके सरकार की नजर इन पर नहीं पड़ रही है. अब बतौर संविदाकर्मी तैनात महिला नर्सिंग कर्मियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि हम लगातार गांधी प्रतिमा पर धरना देते रहेंगे जब तक हमारी मांगे नहीं पूरी की जाएंगी.
- पूरा मामला आउटसोर्सिंग महिला नर्सिंग कर्मियों का है, जिन्हें सरकार द्वारा मंजूरी के बाद प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में नर्स के रूप में तैनात किया गया था.
- अस्पतालों में संबंधित अधिकारी ने बिना नोटिस दिए इन लोगों को नौकरी से निकाल दिया.
- अब यह लोग सड़कों पर भटकने को मजबूर हैं.
- इन्होंने अपनी मांगों को लेकर एसीएम प्रथम को ज्ञापन सौंपा और साथ ही मांग की है कि हम सभी को नौकरी पर तैनात किया जाए.
- जितने महीने का वेतन बाकी हैं उसका तत्काल रुप से भुगतान किया जाए.
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पहले तो सरकार ने यह कहकर हम सभी को संविदा पर रखा गया था कि नर्स के पद पर जब तक स्थाई नियुक्ति नहीं हो जाती तब तक आप सभी ऐसे ही तैनात रहेंगे. लेकिन सरकार ने ना ही स्थाई नियुक्ति की और ना ही हमें पूर्व में कोई नोटिस दी. बिना नोटिस के हमें नौकरी से बाहर कर दिया गया.
गीता, आउटसोर्सिंग नर्स, प्रदर्शनकारी