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CM की उपस्थिति में महिला आयोग अध्यक्ष ने पुलिसिंग पर उठाए सवाल, उठा सियासी तूफान - लखनऊ

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने सीएम योगी की उपस्थिति में यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. वहीं विपक्ष ने सीएम योगी और उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर हमला बोला है. विपक्ष का कहना है कि योगी सरकार में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ें हैं.

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विमला बाथम.
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Published : Feb 13, 2020, 12:33 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा कर दिया. इसको लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है. विपक्ष का कहना है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं. इस सरकार में अपराध को रोकने का काम नहीं किया गया, बल्कि अपराध को दर्ज से रोका गया है.

विपक्ष ने किया सरकार का घेराव,

पुलिस की कार्यशैली को सही करने की जगह आंकड़ों से हेरफेर

बहुजन समाज पार्टी से विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा ने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बद से बदतर है. योगी सरकार जब से आई है, तब से कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. पहले चरण में इन्होंने कोई हेरा-फेरी नहीं की, तो देखने को मिला कि उत्तर प्रदेश में चार गुना अपराध बढ़े हैं. लेकिन बाद में हेरा-फेरी करके आंकड़े सही दिखाए गए. सरकार में अपराध को रोकने के बजाय अपराध का पंजीकरण होने से ही रोक दिया. इसके कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.

जिस तरह चेरापूंजी बारिश के लिए मशहूर वैसे ही अपराध के लिए यूपी

कांग्रेस के नेता दीपक सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से चेरापूंजी बारिश के लिए और बर्फबारी के लिए लद्दाख जाना जाता है, उसी तरह से महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश की पहचान बन चुकी है. महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं. महिला आयोग की अध्यक्ष ने सच कहा है. अगर यही बात विपक्ष कहता तो इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाता, लेकिन पुलिस द्वारा महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने की बात की है. कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश के गृह मंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल करती है कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं कब सुरक्षित होंगी.

मौजूदा सरकार में कानून-व्यवस्था एकदम दुरुस्त

वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय राय का कहना है कि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने यह नहीं कहा होगा. उन्होंने यह जरूर कहा है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार में कानून व्यवस्था एकदम दुरुस्त है, लेकिन कुछ थानों में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध को लेकर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपनी बात रखी है. मुख्यमंत्री सरकार के मुखिया हैं, इसलिए आयोग के अध्यक्ष ने उचित स्थान पर यह बात रखी है. निश्चित तौर पर पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.

इसे भी पढ़ें- नहीं थम रहे गिरिराज के विवादास्पद बोल, 'आतंकवाद की गंगोत्री है देवबंद, खिलाफत जैसा शाहीन बाग'

मंगलवार को राज्य महिला आयोग के सम्मेलन में आयोग अध्यक्ष ने दिया था बयान

बता दें कि मंगलवार को राज्य महिला आयोग के सम्मेलन में आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में कहा था कि उत्तर प्रदेश की पुलिस आयोग का साथ नहीं दे रही है. इस वजह से महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर महिलाओं को न्याय दिलाने में आयोग को कठिनाई होती है. यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस को निर्देशित कर देंगे तो उन्हें कार्रवाई करने में आसानी होगी. हालांकि मुख्यमंत्री ने उसी मंच से आयोग की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े कर दिए थे और उन्हें कई नसीहतें भी दी थीं.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा कर दिया. इसको लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है. विपक्ष का कहना है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं. इस सरकार में अपराध को रोकने का काम नहीं किया गया, बल्कि अपराध को दर्ज से रोका गया है.

विपक्ष ने किया सरकार का घेराव,

पुलिस की कार्यशैली को सही करने की जगह आंकड़ों से हेरफेर

बहुजन समाज पार्टी से विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा ने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बद से बदतर है. योगी सरकार जब से आई है, तब से कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. पहले चरण में इन्होंने कोई हेरा-फेरी नहीं की, तो देखने को मिला कि उत्तर प्रदेश में चार गुना अपराध बढ़े हैं. लेकिन बाद में हेरा-फेरी करके आंकड़े सही दिखाए गए. सरकार में अपराध को रोकने के बजाय अपराध का पंजीकरण होने से ही रोक दिया. इसके कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.

जिस तरह चेरापूंजी बारिश के लिए मशहूर वैसे ही अपराध के लिए यूपी

कांग्रेस के नेता दीपक सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से चेरापूंजी बारिश के लिए और बर्फबारी के लिए लद्दाख जाना जाता है, उसी तरह से महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश की पहचान बन चुकी है. महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं. महिला आयोग की अध्यक्ष ने सच कहा है. अगर यही बात विपक्ष कहता तो इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाता, लेकिन पुलिस द्वारा महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने की बात की है. कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश के गृह मंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल करती है कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं कब सुरक्षित होंगी.

मौजूदा सरकार में कानून-व्यवस्था एकदम दुरुस्त

वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय राय का कहना है कि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने यह नहीं कहा होगा. उन्होंने यह जरूर कहा है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार में कानून व्यवस्था एकदम दुरुस्त है, लेकिन कुछ थानों में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध को लेकर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपनी बात रखी है. मुख्यमंत्री सरकार के मुखिया हैं, इसलिए आयोग के अध्यक्ष ने उचित स्थान पर यह बात रखी है. निश्चित तौर पर पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.

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मंगलवार को राज्य महिला आयोग के सम्मेलन में आयोग अध्यक्ष ने दिया था बयान

बता दें कि मंगलवार को राज्य महिला आयोग के सम्मेलन में आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में कहा था कि उत्तर प्रदेश की पुलिस आयोग का साथ नहीं दे रही है. इस वजह से महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर महिलाओं को न्याय दिलाने में आयोग को कठिनाई होती है. यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस को निर्देशित कर देंगे तो उन्हें कार्रवाई करने में आसानी होगी. हालांकि मुख्यमंत्री ने उसी मंच से आयोग की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े कर दिए थे और उन्हें कई नसीहतें भी दी थीं.

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