लखनऊ: प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराध के ग्राफ को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रदेश सरकार पर जोरदार हमला बोला है. कानपुर के संजीत यादव की घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए विपक्षी नेताओं ने कहा कि अपराध को नियंत्रित कर पाना अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बस की बात नहीं है, उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. कांग्रेस, बसपा, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने ये प्रतिक्रिया व्यक्त की.
अभिषेक मिश्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की इस सरकार के कुशासन का, गुंडाराज का, अपराधियों के बेखौफ होने का एक और भयंकर भयावह दर्दनाक चेहरा सामने आया है. कानपुर में 1 महीने से जो बच्चा किडनैप था, जिसको 30 लाख की फिरौती पुलिस ने दिला दी. उस बच्चे का आज मर्डर हो गया है. कम से कम पिछले 20-25 दिनों से इस बात को पूरा उत्तर प्रदेश लगातार कह रहा था कि जिस तरह पुलिस का रवैया है, जिस तरीके से पुलिस के अफसरों को उसके घर जाने का मौका नहीं मिला, जिन अफसरों की जिम्मेदारी थी अपराधियों को पकड़ने की वह इस तरह से बयान दे रहे थे कि वह इधर भाग गया, उधर भाग गया.
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नूतन ठाकुर ने सीएम पर साधा निशाना
आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता और आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने कहा कि जिस तरह पुलिस की पॉलिसी, पुलिस की फंक्शनिंग कंप्लीटली ब्रेकडाउन हुई है, इससे पता चलता है कि कोई मानिटरिंग नहीं, कोई सिस्टम नहीं है. अभी हमने सुना था कि मुख्यमंत्री ने हर जिले में एक सीनियर आईपीएस अफसर को जिम्मेदार बनाया था निगरानी के लिए, क्या हुआ उसका. आज कहां है वे लोग और क्या कर रहे थे ? उत्तर प्रदेश में जंगलराज हो गया है, इनसे संभल नहीं रहा है. मैं कहना चाहती हूं कि अगर आपसे नहीं संभल रहा है तो आप इस्तीफा दीजिए. जनता को मौका दीजिए. जनता दूसरी सरकार चुने.
नूतन ठाकुर ने कहा कि कानपुर में युवक के अपहरण के बाद घटी घटना ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि कानपुर पुलिस अपराध को रोकने में अक्षम साबित हो रही है. इस संबंध में मेरी मांग है कि कानपुर के एडीजी, आईजी और एसएसपी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उचित कार्रवाई की जाए.
कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य दीपक कुमार सिंह ने उठाए ये सवाल
दीपक कुमार सिंह का कहना है कि कानपुर में अपहरण की इस घटना ने पूरे प्रदेश को चिंतित कर दिया है. जिस तरह से अपहरणकर्ता फिरौती के 30 लाख रुपये रकम लेकर फरार हो जाते हैं और पुलिस बेबस ढूंढती रहती है और अंत में परिजनों को लाश मिलती है. यह मान लिया जाए कि उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से कानून का राज समाप्त हो चुका है. अपराधी बेखौफ होकर अपनी सत्ता को स्थापित कर चुके हैं. पुलिस सिर्फ लूट, भ्रष्टाचार और घूसखोरी में व्यस्त है. सरकार आयोजनों और भाषणों में मस्त है. कांग्रेस पार्टी का सीधा सवाल है कि सरकार की बेबसी अब उत्तर प्रदेश में बेचैनी पैदा कर रही है.
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस घटना के लिए परिजनों से क्षमा मांगें, अन्यथा उत्तर प्रदेश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी. कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश के बढ़ते जंगलराज, हत्या, बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर चिंतित है. अब सरकार के बस की बात नहीं है. कांग्रेस पार्टी सरकार से इस्तीफा मांगती है.