लखनऊ: प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की ओर से मिशन शक्ति कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को कराया गया. इस दौरान ऑनलाइन आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर छात्राओं को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी गई.
निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमित भारद्वाज ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान के तहत प्रदेश के विश्वविद्यालयों, राजकीय महाविद्यालयों, अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों और स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में दैनिक रूप से छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए शपथ दिलाई गई. इसमें पुत्र और पुत्री के बीच भेदभाव न करने की प्रतिज्ञा ली गई. दरअसल, महिला शक्ति कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं को मार्शल आर्ट प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके अलावा मनोवैज्ञानिक परामर्श में भी छात्राएं हिस्सा ले रही हैं. निदेशक उच्च शिक्षा ने बताया कि इसके साथ ही बालिकाओं के योग, व्यायाम और उचित पोषण के प्रति जनजागरूकता अभियान भी प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में चलाया जा रहा है.
17724 माध्यमिक विद्यालयों में शक्ति मंच का गठन
उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा के नेतृत्व में बच्चियों और महिलाओं में उनके अधिकारों के प्रति चेतना जागृत करने के लिए 17,724 माध्यमिक विद्यालयों में शक्ति मंच का गठन किया गया है. बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान की भावना पैदा करने के लिए अब तक 25,57,466 लड़कों और अभिभावकों को शपथ दिलाई जा चुकी है. इतना ही नहीं महिलाओं और बालिकाओं के विधिक अधिकारों, आत्मरक्षा के लिए 24,939 अध्यापिकाओं और 99,058 बालिकाओं को विद्यालय परिसर में कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए प्रशिक्षण दिया गया है. मिशन शक्ति के अन्तर्गत प्रदेश के 17,093 विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के माध्यम से घातक हथियारों या चाकू आदि से बचाव करने के लिए 29,898 अध्यापिकाओं और 1,38,670 बालिकाओं को प्रशिक्षण दिया गया. अभियान के दूसरे चरण में नवम्बर से अप्रैल 2021 तक प्रत्येक माह के द्वितीय सप्ताह में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाएगा.