लखनऊ: अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस हर साल 18 मई को मनाया जाता है. इस मौके पर मंगलवार को राजधानी लखनऊ में राज्य संग्रहित कलाकृतियों की प्रदर्शनी शुरू हुई. कोविड- 19 को ध्यान में रखते हुए प्रदर्शनी को संग्रहालय के सोशल मीडिया पोर्टल और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर प्रदर्शित किया गया.
प्रदर्शनी में हड़प्पा संस्कृति से लेकर आधुनिक काल की उत्कृष्ट प्रस्तर एवं मृण कलाकृतियों के छायाचित्रों को प्रदर्शित किया गया. इसमें मुख्यतः बुद्ध और बोधिसत्व और जैन धर्म से संबंधित तीर्थकरों की प्रतिमाएं, ब्राह्मण धर्म से संबंधित विष्णु, शिव, कार्तिकेय, गणेश और सूर्य की प्राचीन प्रतिमाओं को प्रदर्शित किया गया है. राज्य संग्रहालय के निदेशक डाॅ. आनंद कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना से बचाव को ध्यान में रखते हुए प्रदर्शनी ऑनलाइन आयोजित की गई है.
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1968 में घोषित हुआ अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस
गौरतलब हो कि संग्रहालय के महत्व को समझते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 18 मई, 1968 को अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाने का निर्णय लिया था. इसका मूल उद्देश्य जन सामान्य को संग्रहालयों के प्रति जागरूक करना और प्रचीन समृद्ध पंरपरा और इतिहास को समझना था.