लखनऊः यूपी स्थानीय निकाय कर्मचारी संघ की बैठक में सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की रणनीति बनी. एक लाख 24 हजार कर्मचारी सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे. उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाल कर्मचारी महासंघ की कार्यसमिति की बैठक में शुक्रवार को इसका फैसला लिया गया. संगठन की ओर से आंदोलन की रणनीति जारी कर दी गई है.
- 29 जुलाई, 2021 को प्रदेश की सभी इकाईयों के मुख्यालय पर दोपहर 12ः00 बजे से 03ः00 बजे तक धरने के माध्यम से नगर विकास मंत्री, उ0प्र0 सरकार एवं अपर मुख्य सचिव, नगर विकास को लम्बित मांगों के सम्बन्ध में ज्ञापन अपने विभागाध्यक्षों के माध्यम से भेजा जाएगा.
- 07 अगस्त, 2021 को एक दिवसीय सांकेतिक कार्यबन्दी कर विरोध व्यक्त किया जाएगा.
- 27 अगस्त, 2021 को नगर निगम, लखनऊ मुख्यालय पर प्रदेश के कोने-कोने से आये प्रतिनिधियों के साथ हजरतगंज लखनऊ स्थित गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे. इसके बाद आगे के आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी.
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बैठक में महासंघ की कार्यसमिति में कानपुर, नगर निगम इकाई के महामंत्री और वर्तमान में महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमाकान्त मिश्र को कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया. विनोद इलाहाबादी आगरा इकाई को वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया. शशि कुमार मिश्र की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रमुख रूप से राकेश अग्निहोत्री, रमाकान्त मिश्रा, विनोद इलाहाबादी, आरपी सिंह, ओम प्रकाश नायक, मोहम्मद परवेज़, मोहम्मद अली वारसी, नितिन कुमार द्विवेदी, जयपाल सिंह पटेल, राम कुमार रावत, शैलेन्द्र तिवारी, राजेन्द्र यादव महामंत्री उत्तर प्रदेश जल संस्थान कर्मचारी महासंघ, सैयद कैसर रजा, गोमती त्रिवेदी, राम प्रताप सिंह समेत कई प्रदेश इकाईयों के प्रतिनिधि और लखनऊ इकाई के विभिन्न कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें.
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