लखनऊ : राजधानी के महानगर थाना अंतर्गत बादशाह नगर इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक नामचीन जिम में अचानक आग लग गई. देखते देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. आनन फानन में मौके पर दमकल की आधा दर्जन गाड़ियों ने आग बुझाने का काम शुरू किया. जानकारी के मुताबिक, अग्निकांड में मैनेजर की मौत हो गई है, वहीं आग लगने के वक्त जिम में मौजूद करीब 25 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है.
मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि 'बादशाह नगर में ओलंपिया जिम के आग लगने की सूचना मिली थी. जिस पर तत्काल इंदिरानगर और हजरतगंज फायर स्टेशन से 6 गाड़ियों को मौके पर रवाना किया गया था. आग इतनी भीषण लगी थी कि धुएं का गुबार फैल रहा था, हालांकि दमकल कर्मियों ने जिम में फंसे करीब 25 लोगों को बाहर निकाल लिया है. एक व्यक्ति काफी झुलस गया था, जिसकी अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गई. उन्होंने बताया कि फिलहाल आग को बुझा लिया गया है.'
बैंक में न फैल जाए आग इसका था डर : मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि 'जिस जिम में आग लगी थी, वह बिल्डिंग के दूसरे तल पर मौजूद थी. वहां आग ने विकराल रूप ले लिया था. मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों को ये डर था कि कहीं पहले तल पर मौजूद बैंक में आग न फैल जाए. इसी के चलते कर्मियों की कोशिश थी कि जल्द से जल्द आग पर काबू पा लिया जाए. उन्होंने कहा कि आग क्यों लगी फिलहाल अभी पता नहीं चल सका है, जांच के बाद ही कारण पता चल सकेगा.
मौके पर पहुंचे डीएम लखनऊ सूर्यपाल गंगवार ने कहा है कि 'जिम के बगल में एक कमरा था, जहां काफी संख्या में बैटरी रखी हुई थीं. कयास लगाए जा रहे हैं कि ओवर चार्जिंग या फिर बैटरी फटने से आग लगी थी. हालांकि आग लगने का सटीक कारण जांच के बाद ही पता चल सकेगा. उन्होंने बताया कि जिस वक्त आग लगी थी, उस दौरान जिम में 25 लोग मौजूद थे, जिनमें सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, वहीं एक व्यक्ति की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि जिम के करीब ही पेट्रोल पंप था, ऐसे में यह भी जांच की जायेगी कि आखिर पेट्रोल पंप के बगल में ऐसे ज्वलनशील वस्तुओं को क्यों रख कर कार्य किया जा रहा था.'
पेट्रोल पंप का बंद किया गया संचालन : बैटरी शोरूम में हादसे के समय मैनेजर अश्वनी पांडेय समेत पांच लोग मौजूद थे. आग लगते ही चार लोग बाहर की तरफ भागे, जबकि अश्वनी बचने के लिए अंदर की तरफ भागा. देखते देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और लपटें व धुआं देख यूको बैंक कर्मचारियों ने शोर मचाकर तीसरी मंजिल में संचालित जिम में मौजूद लोगों को इसकी जानकारी दी. तब तक सीढिय़ों के आस-पास आग व धुआं इस कदर भर चुका था कि लोग बाहर नहीं निकल सके. आग को देख बिल्डिंग से सटे हुए पेट्रोल पंप के संचालन को तत्काल बंद कर दिया गया. आग लगने की जानकारी महानगर पुलिस व इंदिरानगर फायर स्टेशन को दी गई.
छतों से कूदकर बचाई लोगों ने जान : तीसरी मंजिल पर हादसे के समय जिम ट्रेनर आर्यन सिंह, नारायण ओझा समेत कई लोग फंस गए. जिसमें कई लड़के, लड़कियां शामिल थे. सीढिय़ों पर धुआं व आग की लपटों के चलते वह नीचे नहीं निकल सके. जान बचाने के लिए वह छत की तरफ भागे. जिसमें कई युवकों ने छतों से छलांग लगाकर जान बचाई, जबकि फायर ब्रिगेड व पेट्रोल पंप कर्मचारियों ने पेट्रोल पंप के ऑफिस की छत से जिम से 17 लोगों को सीढ़ी लगाकर रेस्क्यू किया. जिसमें महानगर में रहने वाली श्रेया, पूजा, सूरज कुमार, नैंसी समेत कई अन्य लोग शामिल थे.
फायर ब्रिगेड कर्मियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाकर बैटरी शोरूम में फंसे अश्वनी पांडेय को बाहर निकाला और उसे एंबुलेंस से सिविल हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अश्वनी के साथ काम करने वाले कर्मचारी सतीश, सूरज ने बताया कि हादसे के बाद वह लोग बाहर की तरफ भागे, लेकिन अश्वनी अंदर की तरफ भागा था. उस दौरान उससे फोन पर बात हो रही थी, लेकिन कुछ देर बाद उसका फोन बंद हो गया. संभवता: उसकी धुएं में दम घुटने से मौत हो गई. यह बैटरी शोरूम राहुल सिंह का बताया जा रहा है और वहां चार से पांच कर्मचारी काम करते हैं.
पुलिस ने बैंक को सुरक्षा घेरे में लिया : आग लगने के चलते यूको बैंक में कार्यरत सभी कर्मचारी ब्रांच को खुला छोड़कर बाहर की तरफ भागे. बैंक के खुला होने के चलते उसकी सुरक्षा को लेकर पुलिस से गुहार लगाई गई. मौके पर पहुंची डीसीपी सेंट्रल ने फायर कर्मियों के साथ पुलिस की एक टीम को बैंक की सुरक्षा में तैनात किया.
आग बुझाने के बाद दोबारा लगी आग : आग को फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत बाद पूरी तरह से काबू पा लिया था, लेकिन आग बुझाने के बाद 7 बजे के करीब दोबारा शोरूम में आग लग गई.