लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संविधान दिवस के मौके पर कहा कि आज के ही दिन 26 नवम्बर 1949 को ‘सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य‘ का संविधान अंगीकृत और आत्मार्पित किया गया था. इस दौरान प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संविधान की उद्देशिका में जिस सामाजिक न्याय, राष्ट्रीय एकता, विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का जिक्र है उन सबकी भाजपा राज में अनदेखी हो रही है.
भाजपा पर साधा निशाना
इस दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी बराबर यह मांग उठाती रही है कि जाति आधारित जनगणना हो, ताकि हर समाज को संख्या बल पर समानुपातिक प्रतिनिधित्व हासिल हो सके. भाजपा इसके विरोध में है क्योंकि वह आरक्षण समाप्त करना चाहती है. डाॅ. लोहिया ने पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिए विशेष अवसर का सिद्धांत दिया था, भाजपा उसे लागू करना नहीं चाहती है.
पूर्व मुख्यमंत्री से मिला तमिलनाडु और नागालैंड का प्रतिनिधिमंडल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से गुरुवार को नागालैण्ड, तमिलनाडु के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. इसके अलावा अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी उनसे भेंट की. इन सभी ने उम्मीद जताई कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में सन 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी.
हार्नबेल त्योहार में शामिल होने का मिला निमंत्रण
इस दौरान नागालैण्ड के जिला दीमापुर निवासी परमहंस त्रिपाठी और फिरोज कमल ने अखिलेश यादव को 9 दिसम्बर 2020 को नागालैण्ड में होने वाले हार्नबेल त्योहार में शामिल होने का आमंत्रण दिया. यह त्योहार कोहिमा और दीमापुर में धूमधाम से मनाया जाता है. वहीं खुर्जा से आए लोगों ने भी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की और उन्हें मिट्टी के बर्तनों का किचन सेट भेंट किया.