लखनऊ: विश्व उर्दू दिवस के मौके पर उर्दू के चाहने वाले और उर्दू संस्थाएं बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करती हैं. इसी के चलते उर्दू दिवस की पूर्व संध्या पर लखनऊ में फकरुद्दीन अली अहमद कमेटी में भी एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस दौरान डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की और कहा कि उर्दू किसी एक धर्म की जुबान नहीं है, यह सभी की जुबान है और यह प्यार-मोहब्बत का पैगाम देती है.
फखरुद्दीन अली अहमद कमेटी की ओर से विश्व उर्दू दिवस के मौके पर कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने उर्दू जुबान को बढ़ावा देने की बात की. उन्होंने कहा कि उर्दू जुबान प्यार और मोहब्बत का पैगाम देती है. यह धर्म की सीमाओं को तोड़ती है. डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि मैं चाहता हूं कि जिस तरह का समन्वय भाषाओं में है, उसी तरह का समन्वय हिंदू और मुसलमान भाइयों में भी रहे, जिससे सामाजिक सद्भाव बना रहे. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उर्दू के विकास के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं.
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दिनेश शर्मा ने फखरुद्दीन अली अहमद कमेटी के बजट बढ़ाने की मांग पर आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार द्वारा संस्था की मांगों पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा. उर्दू भाषा के उन्नयन के लिए हर संभव सहयोग किया जाएगा क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार सबका साथ सबका विकास के एजेंडे पर कार्य करते हुए बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लोगों को विकास परियोजनाओं का लाभ पहुंचा रही है. उन्होंने कहा कि देश तेजी से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है. इस स्थिति में संस्थान भी पीछे न रह जाए इसके लिए जरूरी है कि संस्थान को भी डिजिटलीकरण की दिशा में आगे बढ़ाना चाहिए, संस्थान को उर्दू के विकास के लिए और भी तेजी से कार्य करना चाहिए. इस मौके पर उर्दू भाषा से जुड़ी और सामाजिक क्षेत्र से जुड़ी तमाम हस्तियों को डॉक्टर दिनेश शर्मा ने अवार्ड से भी नवाजा.
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