लखनऊ: बेसिक शिक्षा परिषद (Basic Education Council ) के स्कूलों के छात्रों के क्वालिटी एजुकेशन की जांच के लिए निपुण योजना के तहत परीक्षा की शुरुआत मंगलवार से हुई. योजना के पहले चरण में ही सर्वर ने धोखा दे दिया. सर्वर (Server) की दिक्कत की वजह से ओएमआर शीट अपलोड करने में काफी दिक्कतें हुईं.
निपुण परीक्षा योजना के तहत कक्षा एक से तीन तक के बच्चों की ओएमआर शीट शिक्षकों को भरनी थी. कक्षा तीन से ऊपर के बच्चों को ओएमआर शीट देकर उनका एग्जाम कराना था. इसके बाद इसे सरल ऐप के माध्यम से अपलोड करना था, लेकिन सर्वर की दिक्कत के कारण लखनऊ के लगभग सभी स्कूलों में ओएमआर शीट अपलोड करने में दिक्कतें हुईं. यह एग्जाम पहले चरण में प्रदेश के दो मंडलों में हो रहे हैं. इसके तहत मंगलवार को लखनऊ में एग्जाम हुए. दोनों मंडलों में करीब 17 लाख से अधिक बच्चों को परीक्षा देना है. जिसमें करीब 85 फ़ीसदी बच्चे परीक्षा में शामिल हुए.
केंद्र सरकार की ओर से निपुण योजना के तहत बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले हर बच्चे का तीन महीने पर मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया गया था. जिसके तहत मंगलवार से सभी स्कूलों में त्रैमासिक परीक्षा का आयोजन हुआ. पारदर्शिता के लिए परीक्षा के लिए केंद्र व्यवस्थापक के तौर पर बाहरी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी. साथ ही जिला स्तर पर एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया था.
दिनभर काम नहीं किया सरल ऐप : एग्जाम (Exam) दो पालियों में थे. पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक थी. जिसमें कक्षा एक से तीन तक के बच्चों का एग्जाम कराया गया. दूसरी पाली की परीक्षा 12:30 से 2:30 बजे तक थी. जिसमें कक्षा 4 से 8 तक के बच्चों ने परीक्षा दी. दोनों पालियों की परीक्षा के बाद शिक्षकों को सरल ऐप के माध्यम से ओएमआर शीट स्कैन कर अपलोड करनी थी, लेकिन सर्वर की वजह से टीचर ओएमआर शीट अपलोड करने के लिए जूझते रहे.
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय सिंह ने बताया कि सरल ऐप के काम ना करने के कारण जिले के लगभग हर स्कूल के शिक्षक देर शाम तक ओएमआर शीट अपलोड करने के लिए परेशान रहे. मामला संज्ञान में आने पर देर शाम महानिदेशक बेसिक शिक्षा विजय किरण आनंद ने घर ले जाकर ओएमआर शीट अपलोड करने का आदेश जारी किया. इसके बाद शिक्षकों ने राहत की सांस ली.
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