ETV Bharat / state

लखनऊ: कैंट बोर्ड के आदेश से महंगा हुआ ओला, उबर से सफर, शुरू हुई टैक्स वसूली

लखनऊ छावनी परिषद का एक आदेश ओला कंपनी संचालकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. अभी तक छावनी क्षेत्र में प्रवेश करने पर ओला को किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता था, लेकिन अब छावनी परिषद ने छोटे वाहनों के क्षेत्र में प्रवेश करने पर ₹30 का टैक्स लगा दिया है.

छावनी क्षेत्र में प्रवेश पर लगेगा टैक्स.
छावनी क्षेत्र में प्रवेश पर लगेगा टैक्स.
author img

By

Published : Oct 27, 2020, 7:27 AM IST

लखनऊ : लखनऊ छावनी परिषद का एक आदेश ओला कंपनी संचालकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. अभी तक छावनी क्षेत्र में प्रवेश करने पर ओला को किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता था, लेकिन अब छावनी परिषद ने छोटे वाहनों के क्षेत्र में प्रवेश करने पर ₹30 का टैक्स लगा दिया है. यानी छावनी क्षेत्र के आसपास वाले जो भी लोग ओला, उबर कंपनी की गाड़ियों से छावनी क्षेत्र से होकर गुजरेंगे उन पर भी इसका असर पड़ सकता है. वहीं टैक्स बढ़ने से ओला उबर कंपनी किराए में भी वृद्धि कर सकती है. इस आदेश के लागू होने के बाद सोमवार को यात्रियों और चालकों के बीच में विवाद भी होता दिखा.

हर फेरे में देना होगा ₹30 टैक्स

छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी अमित मिश्रा की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि 22 अक्टूबर से रोजी इंटरप्राइजेज को छावनी क्षेत्र में प्रवेश के लिए ठेका दिया गया है. अब छावनी क्षेत्र से जो भी छोटे वाहन गुजरेंगे उन्हें ₹30 और बड़े वाहन के लिए ₹180 प्रति प्रवेश, प्रति वापसी टैक्स वसूला जाएगा. छावनी परिषद की तरफ से ओला प्रभारी/प्रबंधक को इस बाबत पत्र भी भेज दिया गया है. छावनी परिषद के इस आदेश के बाद ओला, उबर संचालकों में काफी नाराजगी भी है. सोमवार को ओला, उबर से टैक्स की वसूली भी शुरू हो गई है.

शुरू हुई टैक्स वसूली.
शुरू हुई टैक्स वसूली.

इन क्षेत्रों से आने पर देना होगा टैक्स

कैंट बोर्ड के सीईओ अमित मिश्रा की तरफ से जो आदेश जारी किया गया है उसमें अर्जुनगंज, दिलकुशा, तेलीबाग, लोको, जेल रोड, मखनिया मोहाल, इंडोर हॉस्पिटल और शिवनारायण पेट्रोल पंप की तरफ से आने वाले वाहनों से टैक्स वसूला जाएगा.

समिति ने जताई नाराजगी

कैब ऑनर्स चालक वेलफेयर समिति के अध्यक्ष आरके पांडेय का कहना है कि छावनी परिषद में ओला, उबर टैक्सी से कैंट में प्रवेश शुल्क के नाम पर ₹30 प्रति फेरे टैक्स वसूली शुरू की गई है. यह पूरी तरह से गलत है. लोकल कैब से अब तक प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता था. इस आदेश को छावनी परिषद को वापस लेना होगा.

लखनऊ : लखनऊ छावनी परिषद का एक आदेश ओला कंपनी संचालकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. अभी तक छावनी क्षेत्र में प्रवेश करने पर ओला को किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता था, लेकिन अब छावनी परिषद ने छोटे वाहनों के क्षेत्र में प्रवेश करने पर ₹30 का टैक्स लगा दिया है. यानी छावनी क्षेत्र के आसपास वाले जो भी लोग ओला, उबर कंपनी की गाड़ियों से छावनी क्षेत्र से होकर गुजरेंगे उन पर भी इसका असर पड़ सकता है. वहीं टैक्स बढ़ने से ओला उबर कंपनी किराए में भी वृद्धि कर सकती है. इस आदेश के लागू होने के बाद सोमवार को यात्रियों और चालकों के बीच में विवाद भी होता दिखा.

हर फेरे में देना होगा ₹30 टैक्स

छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी अमित मिश्रा की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि 22 अक्टूबर से रोजी इंटरप्राइजेज को छावनी क्षेत्र में प्रवेश के लिए ठेका दिया गया है. अब छावनी क्षेत्र से जो भी छोटे वाहन गुजरेंगे उन्हें ₹30 और बड़े वाहन के लिए ₹180 प्रति प्रवेश, प्रति वापसी टैक्स वसूला जाएगा. छावनी परिषद की तरफ से ओला प्रभारी/प्रबंधक को इस बाबत पत्र भी भेज दिया गया है. छावनी परिषद के इस आदेश के बाद ओला, उबर संचालकों में काफी नाराजगी भी है. सोमवार को ओला, उबर से टैक्स की वसूली भी शुरू हो गई है.

शुरू हुई टैक्स वसूली.
शुरू हुई टैक्स वसूली.

इन क्षेत्रों से आने पर देना होगा टैक्स

कैंट बोर्ड के सीईओ अमित मिश्रा की तरफ से जो आदेश जारी किया गया है उसमें अर्जुनगंज, दिलकुशा, तेलीबाग, लोको, जेल रोड, मखनिया मोहाल, इंडोर हॉस्पिटल और शिवनारायण पेट्रोल पंप की तरफ से आने वाले वाहनों से टैक्स वसूला जाएगा.

समिति ने जताई नाराजगी

कैब ऑनर्स चालक वेलफेयर समिति के अध्यक्ष आरके पांडेय का कहना है कि छावनी परिषद में ओला, उबर टैक्सी से कैंट में प्रवेश शुल्क के नाम पर ₹30 प्रति फेरे टैक्स वसूली शुरू की गई है. यह पूरी तरह से गलत है. लोकल कैब से अब तक प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता था. इस आदेश को छावनी परिषद को वापस लेना होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.