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Lucknow News: प्रमोशन के बावजूद पुरानी कुर्सी का मोह नहीं छोड़ रहे रोडवेज अफसर - लखनऊ की ताजा खबर

रोडवेज के तकनीकी अधिकारियों को करीब दो माह पहले ही प्रमोशन कर मुख्यालय में पोस्टिंग दे दी गई. लेकिन अधिकारी पदोन्नति के बाद भी परिवहन निगम के सभी मुख्यालय पर ज्वाइन करने से कतरा रहे हैं.

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Published : Apr 1, 2023, 7:08 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अफसर प्रमोशन के बाद भी अपने पहले पद का मोह नहीं छोड़ नहीं पा रहे हैं. जिससे मुख्यालय स्तर पर तमाम काम लटके हुए है. इस तरफ यूपीएसआरटीसी के सीनियर अफसरों का ध्यान ही नहीं जा रहा है. क्षेत्र पर तैनात सेवा पेंबधक इसी का भरपूर फायदा उठा रहे हैं. खास बात यह भी है कि इन सेवा प्रबंधकों के कार्यकाल में बसें भी खूब दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं. बावजूद इसके वे अभी भी अपनी नौकरी सुरक्षित रखने में कामयाब है. अब परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने सभी को मुख्यालय पर ज्वाइन करने की बात कही है.

रोडवेज के तकनीकी अधिकारियों को करीब दो माह पहले ही प्रमोशन कर मुख्यालय में पोस्टिंग दे दी गई. लेकिन अधिकारी पदोन्नति के बाद भी मुख्यालय पर ज्वाइन करने से कतरा रहे हैं. अभी भी वे अपने मूल पद पर ही तैनात हैं. जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में तीन सेवा प्रबंधक डेढ़ से दो माह पहले उप मुख्य यांत्रिक अभियंता (डिप्टी सीएमई) के पद पर प्रमोट किए गए थे. इनमें बरेली परिक्षेत्र में तैनात सेवा प्रबंधक संजीव यादव, सहारनपुर में तैनात सेवा प्रबंधक गौरव पाण्डेय और लखनऊ में तैनात सेवा प्रबंधक श्याम लाल शर्मा शामिल हैं. इन सभी को सप्ताह भर के अंदर मुख्यालय पर जॉइनिंग करने के आदेश दिए गए थे. लेकिन महीनों गुजर गए अब तक वे अपने पहले वाले पद पर ही काम कर रहे हैं. उसी स्थान पर सेवारत हैं. यूपीएसआरटीसी के विषय सूत्र बताते हैं कि मुख्यालय पर ज्वाइन न करने की वजह यही है कि फील्ड पर तैनाती के दौरान कमीशनखोरी का खेल होता है. जबकि मुख्यालय पर तैनाती के बाद कमीशनकोरी खत्म हो जाती है. यही नहीं सेवा प्रबंधक रहते परिवहन निगम की तरफ से सरकारी गाड़ी मिलती है. लेकिन डिप्टी सीएमई को सरकारी गाड़ी अनुमन्य नहीं है. ऐसे में सुविधा छिन जाने और कमीशन का खेल खत्म हो जाने के कारण मुख्यालय पर अधिकारी ज्वाइन करने से कतरा रहे हैं.

प्रधान प्रबंधक के अंदर काम करते हैं डिप्टी सीएमई
उप मुख्य यांत्रिक अभियंता (डिप्टी सीएमई) के परिवहन निगम मुख्यालय पर कुल पांच पद हैं. लेकिन यह सभी पद इन दिनों खाली चल रहे हैं. तीन सेवा प्रबंधकों का इन पदों के लिए प्रमोशन भी हुआ. लेकिन उन्होंने ज्वाइन ही नहीं किया. डिप्टी सीएमई का काम प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) के अंडर काम करते हुए सहायता करना होता है. लेकिन इस समय जब कोई डिप्टी सीएमई ही नहीं हैं तो प्रधान प्रबंधकों को काम करने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

लगातार हो रहे हैं बस हादसे
लखनऊ परिक्षेत्र के सेवा प्रबंधक के पद पर तैनात एसएम श्याम लाल शुक्ला के कार्यकाल में तमाम बसें हादसे का शिकार हो रही हैं. कभी शॉर्ट सर्किट से बस में आग लग रही है तो कभी बसों की छत से बारिश का पानी टपक रहा है. कभी स्टीयरिंग जाम हो रही है तो कभी राह चलते बसें खराब होकर खड़ी हो रही है. तमाम हादसों के बावजूद अभी भी लखनऊ के सेवा प्रबंधक जिनका डिप्टी सीएमई के पद पर प्रमोशन हो चुका है. सीनियर अधिकारियों के कृपा पात्र बने हुए हैं. उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार का कहना है कि जिन अधिकारियों का प्रमोशन हुआ है. उन्होंने अब तक मुख्यालय में ज्वाइन नहीं किया है. जल्द ही उन सभी को मुख्यालय पर अपना वर्तमान पद ग्रहण करना होगा.

यह भी पढ़ें- Lucknow University में पंजीकरण शुल्क को लेकर छात्रों ने वीसी कार्यालय घेरा, हुई नोकझोंक

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अफसर प्रमोशन के बाद भी अपने पहले पद का मोह नहीं छोड़ नहीं पा रहे हैं. जिससे मुख्यालय स्तर पर तमाम काम लटके हुए है. इस तरफ यूपीएसआरटीसी के सीनियर अफसरों का ध्यान ही नहीं जा रहा है. क्षेत्र पर तैनात सेवा पेंबधक इसी का भरपूर फायदा उठा रहे हैं. खास बात यह भी है कि इन सेवा प्रबंधकों के कार्यकाल में बसें भी खूब दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं. बावजूद इसके वे अभी भी अपनी नौकरी सुरक्षित रखने में कामयाब है. अब परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने सभी को मुख्यालय पर ज्वाइन करने की बात कही है.

रोडवेज के तकनीकी अधिकारियों को करीब दो माह पहले ही प्रमोशन कर मुख्यालय में पोस्टिंग दे दी गई. लेकिन अधिकारी पदोन्नति के बाद भी मुख्यालय पर ज्वाइन करने से कतरा रहे हैं. अभी भी वे अपने मूल पद पर ही तैनात हैं. जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में तीन सेवा प्रबंधक डेढ़ से दो माह पहले उप मुख्य यांत्रिक अभियंता (डिप्टी सीएमई) के पद पर प्रमोट किए गए थे. इनमें बरेली परिक्षेत्र में तैनात सेवा प्रबंधक संजीव यादव, सहारनपुर में तैनात सेवा प्रबंधक गौरव पाण्डेय और लखनऊ में तैनात सेवा प्रबंधक श्याम लाल शर्मा शामिल हैं. इन सभी को सप्ताह भर के अंदर मुख्यालय पर जॉइनिंग करने के आदेश दिए गए थे. लेकिन महीनों गुजर गए अब तक वे अपने पहले वाले पद पर ही काम कर रहे हैं. उसी स्थान पर सेवारत हैं. यूपीएसआरटीसी के विषय सूत्र बताते हैं कि मुख्यालय पर ज्वाइन न करने की वजह यही है कि फील्ड पर तैनाती के दौरान कमीशनखोरी का खेल होता है. जबकि मुख्यालय पर तैनाती के बाद कमीशनकोरी खत्म हो जाती है. यही नहीं सेवा प्रबंधक रहते परिवहन निगम की तरफ से सरकारी गाड़ी मिलती है. लेकिन डिप्टी सीएमई को सरकारी गाड़ी अनुमन्य नहीं है. ऐसे में सुविधा छिन जाने और कमीशन का खेल खत्म हो जाने के कारण मुख्यालय पर अधिकारी ज्वाइन करने से कतरा रहे हैं.

प्रधान प्रबंधक के अंदर काम करते हैं डिप्टी सीएमई
उप मुख्य यांत्रिक अभियंता (डिप्टी सीएमई) के परिवहन निगम मुख्यालय पर कुल पांच पद हैं. लेकिन यह सभी पद इन दिनों खाली चल रहे हैं. तीन सेवा प्रबंधकों का इन पदों के लिए प्रमोशन भी हुआ. लेकिन उन्होंने ज्वाइन ही नहीं किया. डिप्टी सीएमई का काम प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) के अंडर काम करते हुए सहायता करना होता है. लेकिन इस समय जब कोई डिप्टी सीएमई ही नहीं हैं तो प्रधान प्रबंधकों को काम करने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

लगातार हो रहे हैं बस हादसे
लखनऊ परिक्षेत्र के सेवा प्रबंधक के पद पर तैनात एसएम श्याम लाल शुक्ला के कार्यकाल में तमाम बसें हादसे का शिकार हो रही हैं. कभी शॉर्ट सर्किट से बस में आग लग रही है तो कभी बसों की छत से बारिश का पानी टपक रहा है. कभी स्टीयरिंग जाम हो रही है तो कभी राह चलते बसें खराब होकर खड़ी हो रही है. तमाम हादसों के बावजूद अभी भी लखनऊ के सेवा प्रबंधक जिनका डिप्टी सीएमई के पद पर प्रमोशन हो चुका है. सीनियर अधिकारियों के कृपा पात्र बने हुए हैं. उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार का कहना है कि जिन अधिकारियों का प्रमोशन हुआ है. उन्होंने अब तक मुख्यालय में ज्वाइन नहीं किया है. जल्द ही उन सभी को मुख्यालय पर अपना वर्तमान पद ग्रहण करना होगा.

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