लखनऊ: मलिहाबाद क्षेत्र में 216 आंगनबाड़ी केंद्रों पर पिछले कुछ महीनों से बंद पोषाहार का वितरण फिर से शुरू हो गया है. नवंबर माह में इसे स्वयं सहायता समूह और आंगनबाड़ी सहायिका के साथ मिलकर शुरू किया गया. दोबारा शुरू हुए वितरण से बच्चे और महिलाएं काफी खुश दिखे. मलिहाबाद क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पिछले 3 माह से पोषाहार वितरण नहीं हुआ था. नई व्यवस्था के अनुरूप नवंबर माह से राशन वितरण फिर से शुरू हो गया है. प्रथम चरण के अंतर्गत दिवाली से पहले लगभग 150 आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वयं सहायता समूह और सहायिका के माध्यम से पोषाहार का वितरण किया जा चुका है.
दूसरे चरण में सभी केंद्रों पर पहुंचेगा पोषाहार
पोषाहार वितरण को लेकर विभाग ने कमर कस ली है. प्रथम चरण में ज्यादातर केंद्रों पर पोषाहार वितरण किया जा चुका है. बचे हुए 65 केंद्रों पर पोषाहार का वितरण किया जा रहा है. सप्ताह भर में सभी लोगों तक पोषाहार पहुंच जाएगा.
तय मानक के आधार पर वितरित किया जाता है पोषाहार
बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा समाज के कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सरकार द्वारा निःशुल्क पोषाहार वितरित किया जाता है. इसमें बच्चों को डेढ़ किलो गेहूं, एक किलो चावल और 750 ग्राम दाल का वितरण किया जाता है. वहीं, गर्भवती को दो किलो गेहूं, एक किलो चावल और 750 ग्राम दाल का वितरण किया जाता है. पिछले कुछ माह से महिलाओं और बच्चों को पोषाहार वितरण नहीं हो सका था.
आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण फिर से शुरू - मलिहाबाद क्षेत्र में 216 आंगनबाड़ी केंद्र
मलिहाबाद क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों पर पिछले कुछ महीनों से बंद पोषाहार का वितरण फिर से शुरू हो गया है. नवंबर माह में इसे स्वयं सहायता समूह और आंगनबाड़ी सहायिका के साथ मिलकर शुरू किया गया.
लखनऊ: मलिहाबाद क्षेत्र में 216 आंगनबाड़ी केंद्रों पर पिछले कुछ महीनों से बंद पोषाहार का वितरण फिर से शुरू हो गया है. नवंबर माह में इसे स्वयं सहायता समूह और आंगनबाड़ी सहायिका के साथ मिलकर शुरू किया गया. दोबारा शुरू हुए वितरण से बच्चे और महिलाएं काफी खुश दिखे. मलिहाबाद क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पिछले 3 माह से पोषाहार वितरण नहीं हुआ था. नई व्यवस्था के अनुरूप नवंबर माह से राशन वितरण फिर से शुरू हो गया है. प्रथम चरण के अंतर्गत दिवाली से पहले लगभग 150 आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वयं सहायता समूह और सहायिका के माध्यम से पोषाहार का वितरण किया जा चुका है.
दूसरे चरण में सभी केंद्रों पर पहुंचेगा पोषाहार
पोषाहार वितरण को लेकर विभाग ने कमर कस ली है. प्रथम चरण में ज्यादातर केंद्रों पर पोषाहार वितरण किया जा चुका है. बचे हुए 65 केंद्रों पर पोषाहार का वितरण किया जा रहा है. सप्ताह भर में सभी लोगों तक पोषाहार पहुंच जाएगा.
तय मानक के आधार पर वितरित किया जाता है पोषाहार
बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा समाज के कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सरकार द्वारा निःशुल्क पोषाहार वितरित किया जाता है. इसमें बच्चों को डेढ़ किलो गेहूं, एक किलो चावल और 750 ग्राम दाल का वितरण किया जाता है. वहीं, गर्भवती को दो किलो गेहूं, एक किलो चावल और 750 ग्राम दाल का वितरण किया जाता है. पिछले कुछ माह से महिलाओं और बच्चों को पोषाहार वितरण नहीं हो सका था.