ETV Bharat / state

कोरोना संकटकाल में रोडवेज का सुरक्षित सफर का वादा, यात्रियों की बढ़ी तादाद - upsrtc service during lockdown

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अनलॉक-1 के दौरान रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो गया. परिवहन निगम की तरफ से कोरोना वायरस से सुरक्षित सफर के वादे के बाद बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी. पहले दिन जहां 52 हजार यात्रियों ने सफर किया तो वहीं तीसरे दिन यह संख्या एक लाख को पार कर गई.

roadways buses during unlock 1 in lucknow
लखनऊ में रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी.
author img

By

Published : Jun 5, 2020, 8:28 PM IST

लखनऊ: बस स्टेशन और बसों में कोरोना वायरस से सुरक्षित सफर के परिवहन निगम के वादे के बाद लोग अब बसों से सफर करने लगे हैं. दिन-प्रतिदिन यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है. एक लाख से ज्यादा यात्री अब हर रोज रोडवेज बस से अपनी मंजिल तय कर रहे हैं. परिवहन निगम की बसों में सुरक्षित सफर के लिए यात्रियों का बढ़ता विश्वास परिवहन निगम की उम्मीदों को मजबूत कर रहा है. रोडवेज अधिकारियों का मानना है कि बस ऑपरेशन न होने की स्थिति में निगम को जो घाटा हुआ है, वह धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ने से पूरा होने की उम्मीद है.

रोजवेज बसों में प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा यात्री कर रहे सफर.

एक जून से शुरू हुआ बसों का संचालन
लॉकडाउन के करीब 70 दिन बाद 1 जून से जब उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों का संचालन शुरू हुआ तो रोडवेज अधिकारियों को इस बात की फिक्र थी कि कहीं ऐसा न हो कि कोरोना के डर से यात्री बसों से सफर ही न करें. परिवहन निगम को और भी घाटा झेलना पड़ जाए. परिवहन निगम के एमडी डॉ. राजशेखर की तरफ से बस स्टेशन और बसों में यात्रियों के सुरक्षित सफर की जो व्यवस्था की गई, उससे यात्री कोरोना से घबराए बिना अपनी मंजिल तय करने के लिए बसों का सहारा लेने लगे. धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी और बसों की संख्या में भी इजाफा कर दिया गया.

roadways buses during unlock 1 in lucknow
बस का इंतजार करते यात्री.

एक लाख से ज्यादा यात्री कर रहे बस से सफर
1 जून को जब रोडवेज बसों का संचालन शुरू हुआ तो प्रदेश के 115 डिपो से 2240 बसों का संचालन किया गया. 52 हजार यात्रियों ने रोडवेज बसों से पहले दिन सफर किया. 2 जून को परिवहन निगम ने यात्रियों की संख्या को देखते हुए 3167 बसों का संचालन किया और 68 हजार यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया. धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ी और 3 जून को परिवहन निगम ने बसों की संख्या में और बढ़ोतरी की. तीन जून को 3720 बसों का संचालन किया गया, जिससे 1 लाख 10 हजार यात्री उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के लिए रवाना हुए. चार जून को 3800 बसें संचालित हुईं और 1 लाख 75 हजार यात्री बसों से यात्रा करने निकले.

अब लॉकडाउन खत्म हो गया है. धीरे-धीरे रोडवेज बसों से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है. पहले 3 दिनों का जो ट्रेंड सामने आया है, उसमें लगातार यात्री बढ़ रहे हैं. यात्रियों की परिवहन निगम की बसों से सफर में बढ़ती विश्वसनीयता इसलिए है, क्योंकि हमने उनकी सुरक्षा की सारी व्यवस्था की है. जल्द ही बड़ी संख्या में यात्री बसों से सफर करेंगे और हम अपने घाटे की भरपाई कर पाएंगे, ऐसी उम्मीद है.
-अतुल भारती, मुख्य प्रधान प्रबंधक, ऑपरेशन

रोडवेज प्रशासन ने बसों, बस स्टेशनों व कार्यशालाओं के सैनिटाइजेशन आदि की तैयारियों के साथ बस ऑपरेशन शुरू किया. बस स्टेशन पर हर कर्मचारी और यात्री का टेंपरेचर इंफ्रारेड थर्मल गन से किया जा रहा है. सभी को हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जा रहा है.

roadways buses during unlock 1 in lucknow
बस स्टेशन पर सुरक्षा का किया गया इंतजाम.

लखनऊः आईआईटीआर ने जारी की प्री-मासून रिपोर्ट, पानी से लेकर हवा में बढ़ी गुणवत्ता

इसके अलावा हैंड फ्री सेंसर बेस्ड सैनिटाइजर डिस्पेंसर और पैडल पुश्ड सैनिटाइजर डिस्पेंसर की भी व्यवस्था की गई है. बस के अंदर प्रवेश से पहले सभी यात्रियों के हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है. इन्हीं सब सुरक्षा व्यवस्थाओं के चलते यात्री बसों से सफर में खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

लखनऊ: बस स्टेशन और बसों में कोरोना वायरस से सुरक्षित सफर के परिवहन निगम के वादे के बाद लोग अब बसों से सफर करने लगे हैं. दिन-प्रतिदिन यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है. एक लाख से ज्यादा यात्री अब हर रोज रोडवेज बस से अपनी मंजिल तय कर रहे हैं. परिवहन निगम की बसों में सुरक्षित सफर के लिए यात्रियों का बढ़ता विश्वास परिवहन निगम की उम्मीदों को मजबूत कर रहा है. रोडवेज अधिकारियों का मानना है कि बस ऑपरेशन न होने की स्थिति में निगम को जो घाटा हुआ है, वह धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ने से पूरा होने की उम्मीद है.

रोजवेज बसों में प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा यात्री कर रहे सफर.

एक जून से शुरू हुआ बसों का संचालन
लॉकडाउन के करीब 70 दिन बाद 1 जून से जब उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों का संचालन शुरू हुआ तो रोडवेज अधिकारियों को इस बात की फिक्र थी कि कहीं ऐसा न हो कि कोरोना के डर से यात्री बसों से सफर ही न करें. परिवहन निगम को और भी घाटा झेलना पड़ जाए. परिवहन निगम के एमडी डॉ. राजशेखर की तरफ से बस स्टेशन और बसों में यात्रियों के सुरक्षित सफर की जो व्यवस्था की गई, उससे यात्री कोरोना से घबराए बिना अपनी मंजिल तय करने के लिए बसों का सहारा लेने लगे. धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी और बसों की संख्या में भी इजाफा कर दिया गया.

roadways buses during unlock 1 in lucknow
बस का इंतजार करते यात्री.

एक लाख से ज्यादा यात्री कर रहे बस से सफर
1 जून को जब रोडवेज बसों का संचालन शुरू हुआ तो प्रदेश के 115 डिपो से 2240 बसों का संचालन किया गया. 52 हजार यात्रियों ने रोडवेज बसों से पहले दिन सफर किया. 2 जून को परिवहन निगम ने यात्रियों की संख्या को देखते हुए 3167 बसों का संचालन किया और 68 हजार यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया. धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ी और 3 जून को परिवहन निगम ने बसों की संख्या में और बढ़ोतरी की. तीन जून को 3720 बसों का संचालन किया गया, जिससे 1 लाख 10 हजार यात्री उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के लिए रवाना हुए. चार जून को 3800 बसें संचालित हुईं और 1 लाख 75 हजार यात्री बसों से यात्रा करने निकले.

अब लॉकडाउन खत्म हो गया है. धीरे-धीरे रोडवेज बसों से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है. पहले 3 दिनों का जो ट्रेंड सामने आया है, उसमें लगातार यात्री बढ़ रहे हैं. यात्रियों की परिवहन निगम की बसों से सफर में बढ़ती विश्वसनीयता इसलिए है, क्योंकि हमने उनकी सुरक्षा की सारी व्यवस्था की है. जल्द ही बड़ी संख्या में यात्री बसों से सफर करेंगे और हम अपने घाटे की भरपाई कर पाएंगे, ऐसी उम्मीद है.
-अतुल भारती, मुख्य प्रधान प्रबंधक, ऑपरेशन

रोडवेज प्रशासन ने बसों, बस स्टेशनों व कार्यशालाओं के सैनिटाइजेशन आदि की तैयारियों के साथ बस ऑपरेशन शुरू किया. बस स्टेशन पर हर कर्मचारी और यात्री का टेंपरेचर इंफ्रारेड थर्मल गन से किया जा रहा है. सभी को हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जा रहा है.

roadways buses during unlock 1 in lucknow
बस स्टेशन पर सुरक्षा का किया गया इंतजाम.

लखनऊः आईआईटीआर ने जारी की प्री-मासून रिपोर्ट, पानी से लेकर हवा में बढ़ी गुणवत्ता

इसके अलावा हैंड फ्री सेंसर बेस्ड सैनिटाइजर डिस्पेंसर और पैडल पुश्ड सैनिटाइजर डिस्पेंसर की भी व्यवस्था की गई है. बस के अंदर प्रवेश से पहले सभी यात्रियों के हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है. इन्हीं सब सुरक्षा व्यवस्थाओं के चलते यात्री बसों से सफर में खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.