लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसके लिए यूपी सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए तमाम व्यवस्थाएं की हैं. इस क्रम में यूपी में कई नई लैब शुरु की गई हैं. इसके बाद अब कोरोना की जांच संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
10 मई तक जांच का आंकड़ा एक लाख पार पहुंचा
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों ही चिंतित हैं. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तमाम तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं. इसी कड़ी में करीब 6 केंद्रीय संस्थानों में कोरोना की टेस्टिंग लैब शुरू होने के बाद बीते दिनों में कोरोना सैंपल टेस्ट की जांच दोगुनी हुई है.
25 मार्च से लेकर के 25 अप्रैल तक पूरे एक महीने में 56 हजार से अधिक जांच हुई थी. मिली जानकारी के अनुसार 10 मई तक उत्तर प्रदेश में जांच का आंकड़ा एक लाख के पार हो गया है. यह केंद्रीय संस्थानों में जांच शुरू होने के कारण ही संभव हुआ है.
यूपी में करीब 20 सरकारी टेस्टिंग लैब हो चुकी है
ये 20 लैब सरकारी चिकित्सा विश्वविद्यालय, चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों और केंद्रीय शोध संस्थानों में है. करीब 10 दिन पहले 15 टेस्टिंग लैब थी. इनमें बीएचयू, एसजीपीजीआई ,कानपुर मेडिकल कॉलेज, आरएमएल लखनऊ, आगरा मेडिकल कॉलेज, जीआईएमएस ग्रेटर नोएडा, झांसी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर मेडिकल कॉलेज, चिकित्सा संस्थान सैफई, मेरठ मेडिकल कॉलेज, एएमयू अलीगढ़ और आईवीआरआई बरेली प्रमुख हैं. यहां पर कोरोना सैंपल टेस्ट की जांच शुरू होने के बाद यूपी में एक लाख से अधिक जांच हुई है.