लखनऊ : स्वास्थ्य विभाग में पहले लिपिक संवर्ग के ट्रांसफर की गड़बड़ियां उजागर हुईं. इसमें मृतकों व रिटायर कर्मियों तक के स्थानांतरण कर दिए गए. ऐसे में अब 300 कर्मियों की संशोधित तबादला सूची जारी हो रही है. उधर, अब आयुष डॉक्टरों के स्थानांतरण में धांधली के आरोप लगे हैं. इधर मांगों को लेकर एमपीडब्ल्यू मंगलवार से आंदोलन करेंगे.
आलमबाग निवासी डॉ. ओमप्रकाश ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. इसमें आयुष डॉक्टरों के स्थानांतरण में घपले का आरोप लगाया है. आरोप हैं कि 13 जुलाई से 15 जुलाई तक 90 डॉक्टरों के तबादले के आदेश दिए गए हैं.
इसमें 65 तबादले अनुरोध के आधार पर किए गए. वहीं, सिर्फ 15 तबादले ही जनहित में किए गए. ऐसे में अनुरोध के आधार पर किए गए तबादले में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं.
इसके अलावा निदेशालय में बिना चिकित्सा अधिकारी पद के 3 डॉक्टरों को तौनात करने पर भी मुख्यमंत्री से जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की.
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एमपीडब्लू करेंगे कल से आंदोलन
सोमवार को एनएचएम निदेशालय पर संविदा कर्मियों का प्रदर्शन हुआ. वहीं, अब यूपी संविदा एमपीडब्लू एसोसिएशन भी मांगों को लेकर मैदान में है.
प्रदेश संरक्षक विनीत मिश्रा के मुताबिक एनएचएम द्वारा वर्ष 2011-12 में लगभग 3500 संविदा एमपीडब्ल्यू की तैनाती दी गयी. इन्हें हाई रिस्क एरिया में संक्रामक रोगों की रोकथाम की जिम्मेदारी दी गयी.
विभाग में तीन वर्षों तक कार्य किया. इसके बाद सेवा समाप्त कर दी गयी है जबकि राज्य सरकार संविदा कर्मियों की निरंतरता बनाए रखने के लिए विभागीय रिक्त पदों या पदों का सृजन कर तैनाती जारी रख सकती है.
इससे हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सेवाएं सुधारी जा सकती हैं. ऐसे में मंगलवार से परिवार कल्याण निदेशालय पर सभी कर्मी मांगों को लेकर सत्याग्रह करेंगे.