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UP Board Exam: अब बोर्ड को भेजे जाएंगे नौवीं से 12वीं कक्षा तक के हाफ इयरली एग्जाम के अंक

यूपी बोर्ड की 9वीं से 12वीं कक्षा तक के हाफ ईयरली एग्जाम के अंक भी अब बोर्ड को भेजे जाएंगे. माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से इसको लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं. यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से जारी सूचना में 3 दिसंबर तक यह अंक बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं.

UP Board Exam
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Published : Nov 25, 2021, 10:29 AM IST

लखनऊ: यूपी बोर्ड की 9वीं से 12वीं कक्षा तक के अर्धवार्षिक परीक्षाओं के अंक भी अब बोर्ड को भेजे जाएंगे. माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से इसको लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं. यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से जारी सूचना में 3 दिसंबर तक यह अंक बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं.


कोरोना संक्रमण और उसके बाद की स्थितियों के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन से लेकर यूपी बोर्ड तक ने अपने परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है. सीबीएसई और आईसीएसई 10वीं और 12वीं की कक्षा में सेमेस्टर पेटर्न जैसी व्यवस्था लागू कर दी है.

यूपी बोर्ड ने भी व्यवस्था में बदलाव किया है. यहां अर्धवार्षिक परीक्षा है दूसरे केंद्रों पर न करा कर अपने ही विद्यालयों के स्तर पर कराई जा रही है, लेकिन इसके अंक बोर्ड ने मांगे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले सभी परीक्षा परिणामों में इसके आधार पर ही बच्चों का मूल्यांकन होगा.



विधानसभा चुनाव के बाद परीक्षा की तैयारी
यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 कब होगी? इसको लेकर मंथन शुरू हो गया. संभावना जताई जा रही है कि परीक्षा विधानसभा चुनाव के बाद कराई जाए. असल में अभी तक यह परीक्षाएं फरवरी माह में शुरू की जाती रही हैं. मार्च माह की शुरुआत में यह खत्म हो जाती थी. उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी-मार्च में इस बार विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. अगर यह चुनाव फरवरी-मार्च में हुए तो परीक्षा उसके बाद ही होगी.

माध्यमिक शिक्षा परिषद के प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत, इस बार यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए करीब 52 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है. इनकी प्री-बोर्ड परीक्षाएं जनवरी के पहले सप्ताह में आयोजित कराई जाएगी.

यह भी पढ़ें- पूर्व सपा सांसद अतीक अहमद के बेटे मो. उमर के बैंक अकाउंट सीज, वारंट जारी


असंतुष्ट छात्रों को भी मिलेगा मौका
पिछले वर्ष की नतीजों से असंतुष्ट छात्र-छात्राओं को भी इस बार की परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा. करीब 28,000 ऐसे छात्र छात्राओं की ओर से आवेदन किए गए. उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा पहले ही साफ कर चुके हैं, कि इन छात्रों को वर्ष 2019 का ही परीक्षा परिणाम दिया जाएगा. इससे इन छात्र-छात्राओं का एक साल खराब नहीं होगा.



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लखनऊ: यूपी बोर्ड की 9वीं से 12वीं कक्षा तक के अर्धवार्षिक परीक्षाओं के अंक भी अब बोर्ड को भेजे जाएंगे. माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से इसको लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं. यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से जारी सूचना में 3 दिसंबर तक यह अंक बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं.


कोरोना संक्रमण और उसके बाद की स्थितियों के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन से लेकर यूपी बोर्ड तक ने अपने परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है. सीबीएसई और आईसीएसई 10वीं और 12वीं की कक्षा में सेमेस्टर पेटर्न जैसी व्यवस्था लागू कर दी है.

यूपी बोर्ड ने भी व्यवस्था में बदलाव किया है. यहां अर्धवार्षिक परीक्षा है दूसरे केंद्रों पर न करा कर अपने ही विद्यालयों के स्तर पर कराई जा रही है, लेकिन इसके अंक बोर्ड ने मांगे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले सभी परीक्षा परिणामों में इसके आधार पर ही बच्चों का मूल्यांकन होगा.



विधानसभा चुनाव के बाद परीक्षा की तैयारी
यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 कब होगी? इसको लेकर मंथन शुरू हो गया. संभावना जताई जा रही है कि परीक्षा विधानसभा चुनाव के बाद कराई जाए. असल में अभी तक यह परीक्षाएं फरवरी माह में शुरू की जाती रही हैं. मार्च माह की शुरुआत में यह खत्म हो जाती थी. उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी-मार्च में इस बार विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. अगर यह चुनाव फरवरी-मार्च में हुए तो परीक्षा उसके बाद ही होगी.

माध्यमिक शिक्षा परिषद के प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत, इस बार यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए करीब 52 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है. इनकी प्री-बोर्ड परीक्षाएं जनवरी के पहले सप्ताह में आयोजित कराई जाएगी.

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असंतुष्ट छात्रों को भी मिलेगा मौका
पिछले वर्ष की नतीजों से असंतुष्ट छात्र-छात्राओं को भी इस बार की परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा. करीब 28,000 ऐसे छात्र छात्राओं की ओर से आवेदन किए गए. उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा पहले ही साफ कर चुके हैं, कि इन छात्रों को वर्ष 2019 का ही परीक्षा परिणाम दिया जाएगा. इससे इन छात्र-छात्राओं का एक साल खराब नहीं होगा.



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