लखनऊ: यूपी के कानपुर जिले में अपराधियों के साथ पुलिस की मिलीभगत जग जाहिर हो चुकी है. इसी तरह प्रदेश के अन्य जनपदों से पीड़ित पक्षों के साथ पुलिस की असंवेदनहीनता के मामले भी सामने आते रहे हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
योगी सरकार ने प्रदेश के 75 जिलों में सीनियर आईपीएस अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाने का फैसला लिया है. प्रदेश की पुलिस इन पर सरकार द्वारा तैनात किए गए नोडल अधिकारी नजर रखेंगे और इसकी रिपोर्ट सरकार को दी जाएगी.
इंजीनियर आईपीएस अधिकारियों को बनाया गया नोडल अधिकारी
डीजी इंटेलिजेंस डीएस चौहान लखनऊ पुलिसिंग की रिपोर्ट सरकार को रिपोर्ट देंगे. कानपुर में बीपी जोगदंड, बरेली में अभय प्रसाद, मेरठ में संदीप सालुंके, आगरा में आनंद कुमार, प्रयागराज में पीवी रामाशास्त्री, गोरखपुर में विजय ठाकुर, वाराणसी में दीपेश जुनेजा, नोएडा मे संजय सिंघल और संभल में एसबी शिरोडकर को नोडल अधिकारी बनाया गया है. अब यह अधिकारी जिले की पुलिसिंग के काम पर नजर रखेंगे और इसकी रिपोर्ट तैयार करके सरकार को देंगे.
पुलिस पर हमले के बाद जागी सरकार
कानपुर में 2 जुलाई की रात को बिकरू गांव में उप पुलिस अधीक्षक देवेंद्र मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या हुई थी और सात अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए थे. घटना के मुख्य आरोपी विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया. कानपुर में पुलिस पर हुए हमले में पुलिसकर्मियों की मिलीभगत सामने आई है.