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LU के 64वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने दिए सफलता के ये मंत्र...पढ़िए पूरी खबर

लखनऊ विश्वविद्यालय के 64वें दीक्षांत समारोह में इस बार राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 15 होनहारों को मेडल दिए. इस मौके पर उन्होंने छात्र-छात्राओं को सफलता के कई मंत्र भी दिए.

LU के 64वें दीक्षांत समारोह में मेडल और डिग्री पाकर छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे.
LU के 64वें दीक्षांत समारोह में मेडल और डिग्री पाकर छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे.
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Published : Nov 26, 2021, 12:54 PM IST

Updated : Nov 26, 2021, 5:11 PM IST

लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय का 64वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया. इस बार का दीक्षांत बेहद खास रहा. 15 होनहारों को मेडल दिए गए. अध्यक्षता राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की. राज्यपाल ने इस दौरान छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए.

उन्होंने कहा कि नए छात्रों को दैनिक जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के प्रबुद्ध पूर्व छात्रों के साथ बातचीत करनी चाहिए. अगर हम सभी नैतिक रूप से काम करेंगे तो हम फिर से "विश्वगुरु" बन जाएंगे.

LU के 64वें दीक्षांत समारोह में मेडल और डिग्री पाकर छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे.
LU के 64वें दीक्षांत समारोह में मेडल और डिग्री पाकर छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे.
64वें दीक्षांत समारोह का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में हुआ. सुबह करीब 12ः30 बजे शैक्षिक शोभायात्रा सभागार में पहुंची. अगुवाई कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह कर रहे थे. उनके पीछे विश्वविद्यालय के विद्या परिषद सदस्यों के नेतृत्व में कार्यकारी परिषद के सदस्य, सभी संकाय के सदस्य और कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल थीं.
LU के 64वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मेडल और डिग्री वितरित की.
LU के 64वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मेडल और डिग्री वितरित की.

मंच पर राज्यपाल के साथ कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय और परीक्षा नियंत्रक प्रो. एएम सक्सेना बैठे. कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी.


कुलपति ने बताया कि 34811 डिग्री पंजीकृत डाक द्वारा उम्मीदवारों को उनके घर के पते पर भेजी जाएंगी. उन्होंने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला राज्य विश्वविद्यालय है जिसने नई शिक्षा नीति लागू कर दी है.

छात्रों के लिए मल्टीपल एंट्री व एक्जिट की व्यवस्था लागू की गई है. छात्र जब चाहे पढ़ाई को जारी रख सकता है. इसका लाभ उठाने वाले दो लाभार्थी छात्रों को इसी दीक्षांत समारोह में डिग्री दी जाएगी. कुलपति ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने मोंटगोमरी, अलबामा, यूएसए में ऑबर्न यूनिवर्सिटी के साथ समझौता किया है. यह बहु-विषयक अनुसंधान के लिए एक नया अवसर खोलेगा.


प्रो. राय ने बताया कि इस सत्र में विश्वविद्यालय ने तीन नए संस्थान खोले हैं और एनआईआरएफ में रैंक भी हासिल की है. इसके बाद कुलपति ने सभी डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों को "दीक्षा" दी. कला, विज्ञान, वाणिज्य, कानून, शिक्षा, ललित कला, आयुर्वेद और यूनानी संकाय के छात्रों को डिग्री प्रदान की.

छात्रों को मेडल वितरित किए. लखनऊ विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों द्वारा लिखी गई कई पुस्तकों का विमोचन कुलाधिपति द्वारा किया गया. इसके बाद कुलाधिपति द्वारा आठ नई परियोजनाओं/योजनाओं का उद्घाटन किया गया. इन नई परियोजनाओं/योजनाओं के उद्घाटन के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए बच्चों को कुलाधिपति द्वारा किताबें, बैग और उपहार में दिए गए.



इनकी हुई शुरुआत

  • लखनऊ विश्वविद्यालय का मोबाइल एप लॉच किया गया.
  • 17 ओपन एयर जिम शुरू किए गए. यह जिम छात्रावासों में बनाए गए हैं.
  • पुरुषों और महिलाओं के लिए सामान्य शौचालय और एम्बुलेंस सुविधा शुरू की गई.
  • चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निवास के साथ शिक्षा संकाय में लिफ्ट की सुविधा शामिल हैं.
  • मानव विज्ञान विभाग में संग्राहलय के साथ नया एनएसएस भवन भी शामिल है.
  • राज्यपाल बोली, विवि छात्रों में प्रश्न पूछने की क्षमता विकसित करता है.


इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय को स्थापना के 101 वर्ष पूरे करने के लिए बधाई दी. कहा कि विश्वविद्यालय स्वतंत्रता की लड़ाई का गवाह रहा है और गुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने कई बार विश्वविद्यालय का दौरा किया.

कुलाधिपति ने भी डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों के शिक्षकों और अभिभावकों को बधाई दी और कहा कि विश्वविद्यालय निरक्षरता के अंधकार को दूर कर अपने आदर्श वाक्य "लाइट एंड लर्निंग" के अनुरूप काम कर रहा है.

उन्होंने नई शिक्षा नीति 2022 को लागू करने में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की और एनआईआरएफ और इंडिया टुडे में रैंक प्राप्त करने के लिए बधाई दी.

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों में प्रश्न पूछने की क्षमता विकसित करता है और उन्हें सहनशीलता सिखाता है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने कोविड महामारी के दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों कक्षाओं में आवश्यक कदम उठाए.

उन्होंने सीख दी कि नए छात्रों को दैनिक जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के प्रबुद्ध पूर्व छात्रों के साथ बातचीत करनी चाहिए.

ये भी पढ़ेंः CAA वापसी की मांग को लेकर ओवैसी के शाहीनबाग वाले बयान पर बोले नरेश टिकैत- सबका ठेका नहीं ले रखा...

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 25 नवंबर को प्रधानमंत्री ने जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखी थी जो आने वाले भविष्य में 1 लाख लोगों को रोजगार देगा.

उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले प्रधान मंत्री ने देश को आरोग्य भारत योजना से आशीर्वाद दिया था, जो पूरे देश की स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करेगी.

उन्होंने छात्रों से जल संरक्षण, वोकल फॉर लोकल, डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने, एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग बंद करने में मदद करने और अंत में "भारतीय संविधान दिवस" के लिए सभी को बधाई देते हुए अपना संबोधन खत्म किया. इसके बाद कुलपति ने कुलाधिपति को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया.


इन्हें मिले मेडल


  • चांसलर सिल्वर मेडल : लवी शुक्ला- PG बेस्ट स्टूडेंट व विश्वविद्यालय की वेस्ट वूमेन स्टूडेंट

  • चांसलर ब्रांज मेडल : इकरा रिजवान वारसी, अभिनव कुमार वर्मा - बेस्ट स्टूडेंट इन बीए फाइनल ईयर

  • चांसलर ब्रांज मेडल : मो. अय्यूब अहमद, कुलदीप कुमार पटेल- बेस्ट स्टूडेंट इन बीएससी फाइनल ईयर

  • चांसलर ब्रांज मेडल : दिशा मिश्रा, सुहानी कान्याल-बेस्ट स्टूडेंट बीकाम फाइनल ईयर,
  • चांसलर ब्रांज मेडल : संजय सिंह, श्रद्धा पांडेय-बेस्ट स्टूडेंट बीएफए फाइनल ईयर,
  • चांसलर ब्रांज मेडल : पुनीत देशवाल -बेस्ट स्टूडेंट एलएलबी 5 ईयर
  • चांसलर ब्रांज मेडल : प्रियंवदा शुक्ला-बेस्ट स्टूडेंट इन एलएलबी 3 ईयर

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लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय का 64वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया. इस बार का दीक्षांत बेहद खास रहा. 15 होनहारों को मेडल दिए गए. अध्यक्षता राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की. राज्यपाल ने इस दौरान छात्रों को सफलता के मंत्र भी दिए.

उन्होंने कहा कि नए छात्रों को दैनिक जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के प्रबुद्ध पूर्व छात्रों के साथ बातचीत करनी चाहिए. अगर हम सभी नैतिक रूप से काम करेंगे तो हम फिर से "विश्वगुरु" बन जाएंगे.

LU के 64वें दीक्षांत समारोह में मेडल और डिग्री पाकर छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे.
LU के 64वें दीक्षांत समारोह में मेडल और डिग्री पाकर छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे.
64वें दीक्षांत समारोह का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में हुआ. सुबह करीब 12ः30 बजे शैक्षिक शोभायात्रा सभागार में पहुंची. अगुवाई कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह कर रहे थे. उनके पीछे विश्वविद्यालय के विद्या परिषद सदस्यों के नेतृत्व में कार्यकारी परिषद के सदस्य, सभी संकाय के सदस्य और कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल थीं.
LU के 64वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मेडल और डिग्री वितरित की.
LU के 64वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मेडल और डिग्री वितरित की.

मंच पर राज्यपाल के साथ कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय और परीक्षा नियंत्रक प्रो. एएम सक्सेना बैठे. कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी.


कुलपति ने बताया कि 34811 डिग्री पंजीकृत डाक द्वारा उम्मीदवारों को उनके घर के पते पर भेजी जाएंगी. उन्होंने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला राज्य विश्वविद्यालय है जिसने नई शिक्षा नीति लागू कर दी है.

छात्रों के लिए मल्टीपल एंट्री व एक्जिट की व्यवस्था लागू की गई है. छात्र जब चाहे पढ़ाई को जारी रख सकता है. इसका लाभ उठाने वाले दो लाभार्थी छात्रों को इसी दीक्षांत समारोह में डिग्री दी जाएगी. कुलपति ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने मोंटगोमरी, अलबामा, यूएसए में ऑबर्न यूनिवर्सिटी के साथ समझौता किया है. यह बहु-विषयक अनुसंधान के लिए एक नया अवसर खोलेगा.


प्रो. राय ने बताया कि इस सत्र में विश्वविद्यालय ने तीन नए संस्थान खोले हैं और एनआईआरएफ में रैंक भी हासिल की है. इसके बाद कुलपति ने सभी डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों को "दीक्षा" दी. कला, विज्ञान, वाणिज्य, कानून, शिक्षा, ललित कला, आयुर्वेद और यूनानी संकाय के छात्रों को डिग्री प्रदान की.

छात्रों को मेडल वितरित किए. लखनऊ विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों द्वारा लिखी गई कई पुस्तकों का विमोचन कुलाधिपति द्वारा किया गया. इसके बाद कुलाधिपति द्वारा आठ नई परियोजनाओं/योजनाओं का उद्घाटन किया गया. इन नई परियोजनाओं/योजनाओं के उद्घाटन के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए बच्चों को कुलाधिपति द्वारा किताबें, बैग और उपहार में दिए गए.



इनकी हुई शुरुआत

  • लखनऊ विश्वविद्यालय का मोबाइल एप लॉच किया गया.
  • 17 ओपन एयर जिम शुरू किए गए. यह जिम छात्रावासों में बनाए गए हैं.
  • पुरुषों और महिलाओं के लिए सामान्य शौचालय और एम्बुलेंस सुविधा शुरू की गई.
  • चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निवास के साथ शिक्षा संकाय में लिफ्ट की सुविधा शामिल हैं.
  • मानव विज्ञान विभाग में संग्राहलय के साथ नया एनएसएस भवन भी शामिल है.
  • राज्यपाल बोली, विवि छात्रों में प्रश्न पूछने की क्षमता विकसित करता है.


इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय को स्थापना के 101 वर्ष पूरे करने के लिए बधाई दी. कहा कि विश्वविद्यालय स्वतंत्रता की लड़ाई का गवाह रहा है और गुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने कई बार विश्वविद्यालय का दौरा किया.

कुलाधिपति ने भी डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों के शिक्षकों और अभिभावकों को बधाई दी और कहा कि विश्वविद्यालय निरक्षरता के अंधकार को दूर कर अपने आदर्श वाक्य "लाइट एंड लर्निंग" के अनुरूप काम कर रहा है.

उन्होंने नई शिक्षा नीति 2022 को लागू करने में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की और एनआईआरएफ और इंडिया टुडे में रैंक प्राप्त करने के लिए बधाई दी.

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों में प्रश्न पूछने की क्षमता विकसित करता है और उन्हें सहनशीलता सिखाता है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने कोविड महामारी के दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों कक्षाओं में आवश्यक कदम उठाए.

उन्होंने सीख दी कि नए छात्रों को दैनिक जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के प्रबुद्ध पूर्व छात्रों के साथ बातचीत करनी चाहिए.

ये भी पढ़ेंः CAA वापसी की मांग को लेकर ओवैसी के शाहीनबाग वाले बयान पर बोले नरेश टिकैत- सबका ठेका नहीं ले रखा...

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 25 नवंबर को प्रधानमंत्री ने जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखी थी जो आने वाले भविष्य में 1 लाख लोगों को रोजगार देगा.

उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले प्रधान मंत्री ने देश को आरोग्य भारत योजना से आशीर्वाद दिया था, जो पूरे देश की स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करेगी.

उन्होंने छात्रों से जल संरक्षण, वोकल फॉर लोकल, डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने, एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग बंद करने में मदद करने और अंत में "भारतीय संविधान दिवस" के लिए सभी को बधाई देते हुए अपना संबोधन खत्म किया. इसके बाद कुलपति ने कुलाधिपति को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया.


इन्हें मिले मेडल


  • चांसलर सिल्वर मेडल : लवी शुक्ला- PG बेस्ट स्टूडेंट व विश्वविद्यालय की वेस्ट वूमेन स्टूडेंट

  • चांसलर ब्रांज मेडल : इकरा रिजवान वारसी, अभिनव कुमार वर्मा - बेस्ट स्टूडेंट इन बीए फाइनल ईयर

  • चांसलर ब्रांज मेडल : मो. अय्यूब अहमद, कुलदीप कुमार पटेल- बेस्ट स्टूडेंट इन बीएससी फाइनल ईयर

  • चांसलर ब्रांज मेडल : दिशा मिश्रा, सुहानी कान्याल-बेस्ट स्टूडेंट बीकाम फाइनल ईयर,
  • चांसलर ब्रांज मेडल : संजय सिंह, श्रद्धा पांडेय-बेस्ट स्टूडेंट बीएफए फाइनल ईयर,
  • चांसलर ब्रांज मेडल : पुनीत देशवाल -बेस्ट स्टूडेंट एलएलबी 5 ईयर
  • चांसलर ब्रांज मेडल : प्रियंवदा शुक्ला-बेस्ट स्टूडेंट इन एलएलबी 3 ईयर

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Last Updated : Nov 26, 2021, 5:11 PM IST
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