लखनऊ: राजधानी स्थित गांधी सेतु के ऊपर की सड़क काफी खस्ता हाल में हैं. इसके मरम्मत का कार्य को लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग पिछले कई महीनों से एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं, लेकिन बनाने को कोई भी तैयार नहीं हो रहा है, जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है.
1090 चौराहे से गोमतीनगर को जोड़ती है सड़क
गोमतीनगर में बनाये गए गांधी सेतु के ऊपर की सड़क की हालत बहुत खराब है. कई जगह ज्वॉइंट पर असर पड़ रहा है तो कई जगह टॉप लेयर उधड़ गई है. 1090 चौराहा से अंबेडकर पार्क गोमती नगर को जोड़ने वाले गांधी सेतु की सड़क को एलडीए और पीडब्ल्यूडी के अफसर बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे. हालांकि गांधी सेतु की सड़क को लेकर लोक निर्माण विभाग में सहमति बनी थी, लेकिन अब तकनीकी दिक्कत कहकर पीडब्ल्यूडी ने निर्माण कार्य करने से इनकार कर दिया.
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पीडब्ल्यूडी ने नहीं किया मंजूर
पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों का कहना है कि गांधी सेतु की सड़क बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा था, लेकिन अधिकारियों ने इसके लिए बजट की स्वीकृति नहीं दी. जिस सड़क या पुल को हैंड ओवर नहीं किया गया, उसे बनाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. ऐसे में इस सड़क का काम फिर से एक महीने तक टल गया है.
पीडब्ल्यूडी विभाग की सफाई
अधिशाषी अभियंता पी डब्ल्यू डी प्रांतीय खंड राजीव राय ने कहा कि बिना स्वामित्व लिए और हैंडओवर की प्रक्रिया पूरी किए बिना पीडब्ल्यूडी विभाग गांधी सेतु समेत अन्य सड़कों का निर्माण कार्य नहीं कर सकता. अभी तक बिना स्वामित्व लिए ही सड़क बनाने का प्रस्ताव था, जिसे विभागीय मंजूरी नहीं मिली है. कोशिश है कि अप्रैल में हैंड ओवर की प्रक्रिया पूरी कर इसकी मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा.
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एलडीए की सहमति
मुख्य अभियंता एलडीए इंदु शेखर सिंह का कहना है कि पीडब्ल्यूडी अगर हैंड ओवर स्वामित्व के बाद ही सड़क बनाना चाहता है तो एलडीए ऐसा करने के लिए तैयार है. वैसे सड़क बनाने में विशेषज्ञता सिर्फ पीडब्ल्यूडी के पास ही है.