लखनऊ: देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को लेकर राजधानी लखनऊ में आज लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है. वहीं इसको चलाने की जिम्मेदारी जिस लोको पायलट को मिली है, वे खुश नहीं हैं. वजह है कि पूरी ट्रेन वातानुकूलित है. तमाम सुविधाओं से लैस है, लेकिन इसका इंजन नॉन एसी है. लोको पायलट के लिए ट्रेन में एसी नहीं है. ईटीवी भारत ने पहली बार निजी ट्रेन चलाने वाले लोको पायलट राकेश भारती से बातचीत की.
ईटीवी भारत ने लोको पायलट से की बातचीत
लोको पायलट राकेश भारती ने बताया कि देश की पहली निजी तेजस ट्रेन के संचालन को लेकर खुश हैं, लेकिन लोको पायलट के लिए इसमें कोई सुविधा न होने से नाखुश हैं. सारी ट्रेन एसी की सुविधा से लैस है लेकिन हमारे लिए इंजन में एसी की कोई सुविधा नहीं है. इतना ही नहीं टॉयलेट तक की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में बड़ी दिक्कत होगी.
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उन्होंने बताया कि आज चार सहायक पायलट के साथ यह ट्रेन चल रही है. उम्मीद है कि यह निजी ट्रेन सफल होगी. हालांकि रेलवे में निजीकरण के दखल से उनके माथे पर शिकन भी दिखी. पायलट राकेश भारती समेत सभी सहयोगी ये चाहते हैं कि पुराने इंजन के बजाय इस ट्रेन में नया इंजन लगाया जाए जो एसी, टॉयलेट और अन्य आधारभूत सुविधाओं से लैस हो.