लखनऊ: लखनऊ पुलिस की एएचटीयू टीम ने गुरुवार को बाल श्रम के लिए अन्य राज्य ले जाए जा रहे नौ नाबालिगों को रेस्क्यू किया (Child Labor Rescued in Lucknow). इन सभी नाबालिग बच्चों को पंजाब और हरियाणा के क्षेत्रों में बाल श्रम कराने के लिए ले जाया जा रहा था. उन्हें एएचटीयू औक जीआरपी की टीम की मदद से अन्य राज्य पहुंचने से पहले रेस्क्यू कर लिया गया.
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, एएचटीयू प्रभारी को 4 व्यक्तियों द्वारा 9 नाबालिक बच्चों को बाल श्रम कराने के उद्देश्य से पंजाब और हरियाणा ले जाने का इनपुट मिला था. इसके बाद एएचटीयू की टीम सक्रिय हुई. सूचना के आधार पर जानकारी जुटाई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन से इन नाबालिग बच्चों को पंजाब और हरियाणा ले जाया जा रहा है.
इसके बाद जीआरपी से संपर्क किया गया और दोनों की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन से 9 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया. इन सभी नाबालिगों को जनरल बोगी में बिठा कर ले जाया जा रहा था. राजधानी लखनऊ में ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर लगाम लगाने के लिए लगातार सक्रियता दिखाई जा रहे हैं. इसे लखनऊ पुलिस को बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है.
सामान्यता देखा गया है कि गरीब और कमजोर वर्ग के परिवार के बच्चों को रुपयों का लालच देकर मजदूरी कराने के लिए अन्य राज्य और जिलों में भेजा जाता है. इसके लिए बिचौलिया कंपनी के मालिकों से मोटी रकम लेते हैं. इन 9 बच्चों को पंजाब और हरियाणा ले जाया जा रहा था. इन्हें मिल कारखानों में काम करने के लिए जाया जा रहा था. वहां पर इन से 14-15 घंटे काम कराया जाता है. इसके बदले में इन्हें मात्र 8 से 10 हजार रुपये महीने दिए जाते हैं.
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