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लखनऊ : पश्चिमी यूपी समेत लखनऊ, कानपुर में अलकायदा आतंकियों का कनेक्शन खंगाल रही NIA

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Published : Aug 19, 2021, 6:35 AM IST

Updated : Aug 19, 2021, 6:41 AM IST

पाकिस्तान के पेशावर में बैठे अलकायदा का कमांडर उमर-हल-मंडी ने स्वतंत्रता दिवस पर यूपी के कई शहरों को दहलाने की साजिश की थी. इस संदर्भ में NIA की टीम लखनऊ व पश्चिमी यूपी के सहारनपुर व बिजनौर में अलकायदा संदिग्धों पर नजर बनाए हुए है.

पश्चिमी यूपी समेत लखनऊ, कानपुर में अलकायदा आतंकियों का कनेक्शन खंगाल रही NIA
पश्चिमी यूपी समेत लखनऊ, कानपुर में अलकायदा आतंकियों का कनेक्शन खंगाल रही NIA

लखनऊ : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अलकायदा के आतंकियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. NIA पश्चिमी यूपी समेत लखनऊ, कानपुर में काकोरी से पकड़े गए अलकायदा के संदिग्ध आतंकी मिनहाज, मुशीर और उसके पांचों साथियों का कनेक्शन खंगाल रही है.

NIA की दिल्ली और लखनऊ की संयुक्त टीम ने लखनऊ, कानपुर समेत पश्चिमी यूपी के सहारनपुर और बिजनौर के करीब 12 लोगों को चिह्नित किया है जिनसे NIA गहन पूछताछ करेगी.

दावा है कि इन सभी का कनेक्शन आतंकी संगठन अलकायदा के अंसार गजवातुल हिंद मॉड्यूल से है. एक दिन पूर्व NIA अफसरों ने कानपुर के असलहों की सप्लाई करने में मदद करने वाले आफाक के बारे में भी पूछताछ की थी.

दरअसल, संदिग्श आतंकी मिनहाज और मसीरूद्दीन उर्फ मुशीर के साथी शकील, मुस्तकीन और मुईद की गिरफ्तारी के साथ ही एजेंसी को पता चला था कि शहर में आफाक नाम के व्यक्ति ने भी असलहा दिलाने में मदद की थी.

NIA की टीम ने आफाक को लेकर भी जानकारी जुटाई है. उन्होंने वह घर भी बाहर से देखा जहां पर आफाक आरोपितों की बैठक कराने वाला था. सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में टीम फिर से कानपुर जा सकती है. उन्हें आफाक की लोकेशन के बारे में कुछ अहम जानकारियां मिलीं हैं.

NIA अलकायदा की तीन महिलाओं की सूचना को पुख्ता करने के लिए टीम बुधवार को दोबारा पनकी गंगागंज भी गई. वहां कुछ लोगों से बातचीत की. इसके अलावा चमनगंज, बेकनगंज और जाजमऊ में भी पूछताछ करने के साथ कुछ घरों को बाहर से देखा.

सूत्रों की मानें तो NIA टीम लखनऊ व पश्चिमी यूपी के सहारनपुर व बिजनौर में भी चिह्नित संदिग्धों पर नजर बनाए हुए है.

यह भी पढ़ें : जल जीवन मिशन घोटाले में मुख्यमंत्री भी शामिल: संजय सिंह

NIA जेल में बंद संदिग्ध आतंकियों से करेगी पूछताछ

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच NIA को सौंपने का निर्णय लिया. कुछ ही दिन बाद NIA ने इस मामले को टेकओवर कर लिया. NIA लखनऊ की एसपी ज्योति प्रिया सिंह को मुख्य जांच अधिकारी बनाया गया. NIA के DIG प्रशांत कुमार और SP ज्योति प्रिया सिंह समेत तमाम अधिकारियों के साथ लगातर इस मामले की समीक्षा कर टीम को गाइड कर रहे हैं. NIA जल्द ही गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ भी की जाएगी.

ये है पूरा मामला

बता दें कि पाकिस्तान के पेशावर में बैठे अलकायदा के कमांडर उमर-हल-मंडी ने स्वतंत्रता दिवस पर यूपी के कई शहरों को दहलाने की साजिश की थी. उमर-हल-मंडी पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर सक्रिय है. वह भारतीय प्रायद्वीप में आतंकियों की नर्सरी तैयार कर रहा है. इसमें लखनऊ के भी कई लोगों के जिहादी गतिविधियों में शामिल होने की खबर है.

11 जुलाई को काकोरी से पकड़े गए मिनहाज, मुशीर और उसके साथी इस साजिश के अहम किरदार थे. ATS ने दोनों संदिग्ध आतंकियों के पास से प्रेशर कुकर बम, विस्फोटक पदार्थ, असलहों समेत कानपुर के रक्षा प्रतिष्ठानों, लखनऊ स्थित धार्मिक स्थलों के फोटो, नक्शे आदि बरामद किए गए थे.

मिनहाज की शिनाख्त पर UP ATS ने जांच के बाद इनके तीन अन्य साथियों वजीरगंज निवासी शकील, सीतापुर रोड के मदेयगंज निवासी मोहम्मद मुस्तकीम और कैम्पबेल रोड स्थित न्यू हैदराबाद निवासी मोहम्मद मुईद को भी गिरफ्तार किया था.

ATS ने इन आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेकर कड़ाई से पूछताछ की लेकिन कुछ खास नहीं उगलवा सकी. फिर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पूरे मामले की जांच एनआईए को सौंप दी.

लखनऊ : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अलकायदा के आतंकियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. NIA पश्चिमी यूपी समेत लखनऊ, कानपुर में काकोरी से पकड़े गए अलकायदा के संदिग्ध आतंकी मिनहाज, मुशीर और उसके पांचों साथियों का कनेक्शन खंगाल रही है.

NIA की दिल्ली और लखनऊ की संयुक्त टीम ने लखनऊ, कानपुर समेत पश्चिमी यूपी के सहारनपुर और बिजनौर के करीब 12 लोगों को चिह्नित किया है जिनसे NIA गहन पूछताछ करेगी.

दावा है कि इन सभी का कनेक्शन आतंकी संगठन अलकायदा के अंसार गजवातुल हिंद मॉड्यूल से है. एक दिन पूर्व NIA अफसरों ने कानपुर के असलहों की सप्लाई करने में मदद करने वाले आफाक के बारे में भी पूछताछ की थी.

दरअसल, संदिग्श आतंकी मिनहाज और मसीरूद्दीन उर्फ मुशीर के साथी शकील, मुस्तकीन और मुईद की गिरफ्तारी के साथ ही एजेंसी को पता चला था कि शहर में आफाक नाम के व्यक्ति ने भी असलहा दिलाने में मदद की थी.

NIA की टीम ने आफाक को लेकर भी जानकारी जुटाई है. उन्होंने वह घर भी बाहर से देखा जहां पर आफाक आरोपितों की बैठक कराने वाला था. सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में टीम फिर से कानपुर जा सकती है. उन्हें आफाक की लोकेशन के बारे में कुछ अहम जानकारियां मिलीं हैं.

NIA अलकायदा की तीन महिलाओं की सूचना को पुख्ता करने के लिए टीम बुधवार को दोबारा पनकी गंगागंज भी गई. वहां कुछ लोगों से बातचीत की. इसके अलावा चमनगंज, बेकनगंज और जाजमऊ में भी पूछताछ करने के साथ कुछ घरों को बाहर से देखा.

सूत्रों की मानें तो NIA टीम लखनऊ व पश्चिमी यूपी के सहारनपुर व बिजनौर में भी चिह्नित संदिग्धों पर नजर बनाए हुए है.

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NIA जेल में बंद संदिग्ध आतंकियों से करेगी पूछताछ

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच NIA को सौंपने का निर्णय लिया. कुछ ही दिन बाद NIA ने इस मामले को टेकओवर कर लिया. NIA लखनऊ की एसपी ज्योति प्रिया सिंह को मुख्य जांच अधिकारी बनाया गया. NIA के DIG प्रशांत कुमार और SP ज्योति प्रिया सिंह समेत तमाम अधिकारियों के साथ लगातर इस मामले की समीक्षा कर टीम को गाइड कर रहे हैं. NIA जल्द ही गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ भी की जाएगी.

ये है पूरा मामला

बता दें कि पाकिस्तान के पेशावर में बैठे अलकायदा के कमांडर उमर-हल-मंडी ने स्वतंत्रता दिवस पर यूपी के कई शहरों को दहलाने की साजिश की थी. उमर-हल-मंडी पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर सक्रिय है. वह भारतीय प्रायद्वीप में आतंकियों की नर्सरी तैयार कर रहा है. इसमें लखनऊ के भी कई लोगों के जिहादी गतिविधियों में शामिल होने की खबर है.

11 जुलाई को काकोरी से पकड़े गए मिनहाज, मुशीर और उसके साथी इस साजिश के अहम किरदार थे. ATS ने दोनों संदिग्ध आतंकियों के पास से प्रेशर कुकर बम, विस्फोटक पदार्थ, असलहों समेत कानपुर के रक्षा प्रतिष्ठानों, लखनऊ स्थित धार्मिक स्थलों के फोटो, नक्शे आदि बरामद किए गए थे.

मिनहाज की शिनाख्त पर UP ATS ने जांच के बाद इनके तीन अन्य साथियों वजीरगंज निवासी शकील, सीतापुर रोड के मदेयगंज निवासी मोहम्मद मुस्तकीम और कैम्पबेल रोड स्थित न्यू हैदराबाद निवासी मोहम्मद मुईद को भी गिरफ्तार किया था.

ATS ने इन आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेकर कड़ाई से पूछताछ की लेकिन कुछ खास नहीं उगलवा सकी. फिर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पूरे मामले की जांच एनआईए को सौंप दी.

Last Updated : Aug 19, 2021, 6:41 AM IST
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