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मुसलमानों के मुद्दों पर सामने आया नया पर्सनल लॉ बोर्ड, धर्मों की सियासत पर रोक की मांग

मुसलमानों का नया संगठन मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मंगलवार को इस दौरान बोर्ड ने मुसलमानों के विभिन्न मुद्दों के साथ धर्मों की सियासत करने वाले लोगों पर कड़ी नाराजगी जताई.

धर्मों की सियासत पर रोक की मांग
धर्मों की सियासत पर रोक की मांग
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Published : Nov 30, 2021, 10:51 PM IST

लखनऊः मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया ने मंगलवार को विभिन्न मुद्दों के साध धर्मों की सियासत करने वाले लोगों पर कड़ी नाराजगी जताई है. बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना कारी यूसुफ अजीजी और सेक्रेटरी मोहम्मद मोइन ने सरकार से मजहबी जज्बात भड़काने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

राजधानी लखनऊ के यूपी प्रेस क्लब में मुसलमानों का नया संगठन मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ऐसे विवादित लोगों पर सरकार से कार्रवाई की मांग की है, जो मजहबी जज्बात भड़काने में बराबर विवादों में घिरे हुए हैं. इसमें शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी और मदरसों को लेकर विवादित बयान देने वाले राज्य मंत्री रघुबीर राज सिंह के बयान पर गहरा एतराज जताया. यही नहीं पर्सनल लॉ बोर्ड ने वसीम रिजवी के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर भी दी और सरकार से मांग की है कि ऐसे विवादित लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए.

धर्मों की सियासत पर रोक की मांग

इसे भी पढ़ें- TET पेपर लीक मामला: UP STF ने प्रिंटिंग प्रेस के मालिक को किया गिरफ्तार

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश 2022 के विधानसभा चुनाव में मुसलमान अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल करें और साफ-सुथरी छवि वाले उम्मीदवारों को जिताने की कोशिश करें. बोर्ड ने कहा कि किसी मौलाना के कहने पर मुसलमान वोट ना करें. बल्कि जो मुसलमानों के अहम मुद्दे हैं जैसे शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार और कारोबार जैसे मुद्दों पर जो बात करने को तैयार हो. उसी उम्मीदवार को जीत दिलाएं. इस दौरान एक सवाल के जवाब में बोर्ड ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर असदुद्दीन ओवैसी मुसलमानों के मुद्दों पर खरे उतरने हैं तो मुसलमानों को असदुद्दीन ओवैसी से भी परहेज नहीं करना चाहिए.

लखनऊः मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया ने मंगलवार को विभिन्न मुद्दों के साध धर्मों की सियासत करने वाले लोगों पर कड़ी नाराजगी जताई है. बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना कारी यूसुफ अजीजी और सेक्रेटरी मोहम्मद मोइन ने सरकार से मजहबी जज्बात भड़काने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

राजधानी लखनऊ के यूपी प्रेस क्लब में मुसलमानों का नया संगठन मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ऐसे विवादित लोगों पर सरकार से कार्रवाई की मांग की है, जो मजहबी जज्बात भड़काने में बराबर विवादों में घिरे हुए हैं. इसमें शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी और मदरसों को लेकर विवादित बयान देने वाले राज्य मंत्री रघुबीर राज सिंह के बयान पर गहरा एतराज जताया. यही नहीं पर्सनल लॉ बोर्ड ने वसीम रिजवी के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर भी दी और सरकार से मांग की है कि ऐसे विवादित लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए.

धर्मों की सियासत पर रोक की मांग

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मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश 2022 के विधानसभा चुनाव में मुसलमान अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल करें और साफ-सुथरी छवि वाले उम्मीदवारों को जिताने की कोशिश करें. बोर्ड ने कहा कि किसी मौलाना के कहने पर मुसलमान वोट ना करें. बल्कि जो मुसलमानों के अहम मुद्दे हैं जैसे शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार और कारोबार जैसे मुद्दों पर जो बात करने को तैयार हो. उसी उम्मीदवार को जीत दिलाएं. इस दौरान एक सवाल के जवाब में बोर्ड ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर असदुद्दीन ओवैसी मुसलमानों के मुद्दों पर खरे उतरने हैं तो मुसलमानों को असदुद्दीन ओवैसी से भी परहेज नहीं करना चाहिए.

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