लखनऊ: राजधानी के इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईईटी) में बन रहे छात्रावास का निर्माण कार्य जून तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है. संस्थान प्रशासन का दावा है कि सत्र 2021-22 में छात्रों को छात्रावास की कमी से जूझना नहीं पड़ेगा. इस निर्माणाधीन छात्रावास के 180 कमरे जून तक बनकर तैयार हो जाएंगे. वहीं, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के सहयोग से यहां 120 कमरों का एक अन्य छात्रावास बनाने का भी कार्य प्रस्तावित है. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में इसके निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही संस्थान में 300 नई सीटें भी शामिल होंगी.
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एक हजार छात्र-छात्राओं के लिए है हॉस्टल की व्यवस्था
वर्तमान में आईआईटी में कुल 11 छात्रावास हैं. इनमें 7 पुरुष और 4 महिला छात्रावास शामिल हैं. इसकी क्षमता करीब एक हजार की है. इसके बावजूद भी आईईटी के छात्रों को बाहर किराये पर रह कर पढ़ाई करनी पड़ती है. कोरोना संक्रमण और उसके बाद जारी कोविड प्रोटोकॉल के कारण स्थिति और भी खराब हो गई है. दरअसल कोविड प्रोटोकॉल के तहत अब एक कमरा सिर्फ एक विद्यार्थी को ही आवंटित किए जाने की व्यवस्था है. इसके चलते बड़ी संख्या में छात्रों को छात्रावास का फायदा नहीं मिल पा रहा है. संस्थान के निदेशक प्रोफेसर विनीत कंसल ने बताया कि इस छात्रावास के बनने से छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी.