वाराणसी: ज्ञानवापी मामले में व्यास जी का तहखाना डीएम की सुपुर्दगी में देने के लिए नया वाद सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में सोमवार को दाखिल किया गया था. जिला जज की अदालत में स्थानांतरण आवेदन भी दाखिल हुआ है. इस पर आज सुनवाई होगी. इस पर अंजुमन इंतजामिया आज आपत्ति दाखिल करेगा.
यह वाद व्यास जी के पुत्र शैलेन्द्र कुमार व्यास ने अधिवक्ता विष्णुशंकर जैन, सुभाष नंदन चतुर्वेदी, सुधीर त्रिपाठी के जरिये दाखिल किया गया है. वाद में कहा गया कि व्यास जी का तहखाना वर्षों से व्यास जी के परिवार के कब्जे में रहा है. 1993 के बाद इस तहखाने को प्रदेश सरकार के आदेश से बैरिकेटिंग कर दी है. वर्तमान में नंदी जी के सामने स्थित इस तहखाने का दरवाजा खुला हुआ है. आरोप लगाया गया कि इन परिस्थितियों में अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कब्जा कर सकता है. ऐसे में यह तहखाना डीएम की सुपुर्दगी में दे दिया जाये. साथ ही पहले की तरह पूजा पाठ आदि की अनुमति दी जाये.
वहीं ज्ञानवापी से जुड़े अन्य मामलों की सुनवाई जिला जज की अदालत में चल रहे होने के कारण इस मामले में भी वादी पक्ष की ओर से जिला जज की अदालत में स्थगन प्रार्थना पत्र देकर उक्त वाद को भी जिला जज की अदालत में सुनवाई के लिए स्थानांतरित किये जाने का अनुरोध किया गया है. इस मामले में वादी पक्ष की ओर से वाद पत्र की प्रति विपक्षी अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के अधिवक्ताओं को उपलब्ध करा दी गयी है. इस पर वह मंगलवार को कोर्ट में अपनी आपत्ति दाखिल करेंगे. साथ ही जिला जज की अदालत में इस स्थानांतरण प्रार्थना पत्र पर मंगलवार को सुनवाई होगी.
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