लखनऊ : चारबाग रेलवे स्टेशन (Charbagh Railway Station) स्थित कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट का नया भवन भी जांच के घेरे में है. सीबीआई का शिकंजा कसते ही अब रेलवे के अधिकारी भी सहम गए हैं और ठेकेदार भी बैकफुट पर हैं. जिससे नए भवन का काम फिलहाल ठप है. ठेकेदारों की सूची तलब कर पिछले वर्षों में हुए कामों की जांच की जा रही है, जिससे भ्रष्टाचार की परतें खुलने की उम्मीद है.
सीबीआई की टीम ने उत्तर रेलवे के कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के उपमुख्य अभियंता अरुण कुमार मित्तल को पिछली एक दिसम्बर को ठेकेदार से रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसके बाद सीबीआई ने मित्तल के ठिकानों से 1.38 करोड़ रुपए भी बरामद किए. चारबाग परियोजना में काम कर रही एक फर्म का बिल पास करने के एवज में एक ठेकेदार से रिश्वत मांगने का उन पर आरोप था. सीबीआई ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, मामले की जांच को लेकर टीम हजरतगंज स्थित डीआरएम कार्यालय के एकाउंट विभाग भी गई थी. अब चारबाग स्थित कंस्ट्रक्शन विभाग परिसर में बन रहे नए भवन की भी जांच की शुरुआत हो गई है. इससे रेलवे के अफसर और ठेकेदार घबराए हुए हैं. निर्माण विभाग के सीपीएम वीके पांडेय ने बताया कि कंस्ट्रक्शन विभाग का नया भवन परिसर में ही बन रहा है, जिसे रेलवे ही बनवा रहा है. बजट कितना है इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती.
सीबीआई से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, कंस्ट्रक्शन विभाग में काम करने वाले सभी ठेकेदारों की सूची तलब की गई है. कंस्ट्रक्शन विभाग की तरफ से वर्तमान में कराए जा रहे कार्याें में लगे ठेकेदारों व पिछले दो साल के दौरान हुए निर्माण कार्यों से जुड़े ठेकेदारों से पूछताछ की जाएगी. लेनदेन से जुड़े कागजों की भी जांच होगी.
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