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NEET परीक्षा : सॉल्वर गैंग सरगना 'पीके' का साथी ओसामा लखनऊ से गिरफ्तार - लखनऊ न्यूज

वाराणसी पुलिस (Varanasi Police) नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग (NEET Exam Salwar Gang) के सरगना पीके के एक और साथी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम ओसामा शाहिद (Osama Shahid) है और केजीएमयू (KGMU Lucknow) के एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र (MBBS final year Student) है. इसके साथ ही पुलिस ने वाराणसी से पकड़ी गई सॉल्वर जूली कुमारी के भाई को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही बिहार से भी एक आरोपी के पकड़े जाने की खबर है.

NEET परीक्षा में सॉल्वर गिरफ्तार
NEET परीक्षा में सॉल्वर गिरफ्तार
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Published : Sep 14, 2021, 7:30 PM IST

लखनऊ : नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग (NEET Exam Salwar Gang) के सरगना पीके के साथी और केजीएमयू (KGMU Lucknow) के एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र ओसामा शाहिद (MBBS final year Student Osama Shahid) को वाराणसी पुलिस (Varanasi Police) ने मंगलवार को लखनऊ गोमती नगर से गिरफ्तार कर लिया है. ओसामा के साथ गिरफ्तार सॉल्वर लड़की के भाई भी पकड़ा गया है. पुलिस के मुताबिक ओसामा सॉल्वर गैंग के सरगना 'पीके' को कैंडिडेट उपलब्ध कराता था. वह देश भर में ऐसे अभ्यार्थियों पर नजर रखता था, जो मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए किसी हद तक जाने को तैयार होते थे. वाराणसी पुलिस लखनऊ से गिरफ्तार आरोपी ओसामा शाहिद और वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर लड़की के भाई को लेकर वाराणसी रवाना हो गई है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक नीट परीक्षा के दौरान वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर जूली कुमारी जिस हिना विश्वास की जगह परीक्षा दे रही थी, उससे ओसामा शाहिद ने संपर्क किया था. इसके बाद की सेटिंग विकास ने की. विकास भी कई बार कैंडिडेट उपलब्ध कराता था. मेडिकल में प्रवेश के लिए लोग सॉल्वर गैंग को 25 से 30 लाख रुपये देने को तैयार रहते हैं. हिना के पिता और सॉल्वर गैंग के बीच 25 लाख रुपये में डील फाइनल हुई थी. ओसामा शाहिद केजीएमयू में एमबीबीएस 2016 बैच का छात्र है. वह हॉस्टल में नहीं रहता है. वह गोमतीनगर में रहता था. परीक्षा में गायनी विषय में फेल हो गया था और उसकी सप्ली लगी है. ओसामा के कब्जे से नीट के कई प्रवेश पत्र सहित तमाम दस्तावेज बरामद किए गए हैं. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपियों ने मोबाइल फोन के डेटा को डिलीट कर सबूत मिटाने का प्रयास किया है. साइबर और फॉरेंसिक टीम डेटा रिकवरी के प्रयास में जुटी है.

वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर जूली और उसकी मां
वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर जूली और उसकी मां


आपको बता दें कि बीते सोमवार को वाराणसी पुलिस ने नीट के दौरान हिना विश्वास के स्थान पर बीएचयू में पढ़ने वाली बीडीएस सेकेंड ईयर की छात्रा जूली कुमारी को परीक्षा देते पकड़ा गया था. सारनाथ थाना क्षेत्र के टड़िया सोना तालाब स्थित सेंट फ्रांसिस जेवियर स्कूल सेंटर से जूली कुमारी के साथ ही उसकी मां को भी क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था. छापेमारी के दौरान गिरोह में शामिल खगड़िया का विकास कुमार महतो भाग निकला था. क्राइम ब्रांच को पता चला कि सॉल्वर गैंग का मास्टरमाइंड पटना का पीके है. मां-बेटी से पूछताछ के बाद हुआ खुलासा ओसामा शाहिद के नाम का खुलासा हुआ. साथ ही पूछताछ में ये भी सामने आया कि ये गैंग गरीब घरों से आए मेधावी छात्र-छात्राओं को को सॉल्वर बनाता था. जिसके बाद वाराणसी क्राइम ब्रांच की टीम लखनऊ पहुंची और गोमतीनगर इलाके से ओसामा शाहिद को दबोच लिया. ओसामा के साथ वाराणसी से पकड़ी गई सॉल्वर जूली के भाई को भी गिरफ्तार किया गया है.

इसे भी पढ़ें : दूसरे की जगह परीक्षा दे रही BHU की छात्रा गिफ्तार, 5 लाख में तय हुआ था सौदा


आरोपी ओसामा शाहिद मऊ में मोहम्मदाबाद गोहना का रहने वाला है. वह कोचिंग सेंटर में मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्रों पर नजर रखता था और उनसे सीधे संपर्क करता था. कैंडिडेट उपलब्ध कराने के लिए पीके ओसामा को फिक्स रकम देता था. इसके बाद पीके के आगे की डील से ओसामा का मतलब नहीं होता था. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ओसामा के साथ केजीएमयू से कोई और भी तो नहीं जुड़ा है. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि वाराणसी पुलिस ने ओसामा शाहिद की तलाश के लिए संपर्क किया था. उनकी मदद के लिए टीम लगाई गई थी. इसके साथ ही बिहार से भी एक आरोपी के पकड़े जाने की खबर है.

लखनऊ : नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग (NEET Exam Salwar Gang) के सरगना पीके के साथी और केजीएमयू (KGMU Lucknow) के एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र ओसामा शाहिद (MBBS final year Student Osama Shahid) को वाराणसी पुलिस (Varanasi Police) ने मंगलवार को लखनऊ गोमती नगर से गिरफ्तार कर लिया है. ओसामा के साथ गिरफ्तार सॉल्वर लड़की के भाई भी पकड़ा गया है. पुलिस के मुताबिक ओसामा सॉल्वर गैंग के सरगना 'पीके' को कैंडिडेट उपलब्ध कराता था. वह देश भर में ऐसे अभ्यार्थियों पर नजर रखता था, जो मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए किसी हद तक जाने को तैयार होते थे. वाराणसी पुलिस लखनऊ से गिरफ्तार आरोपी ओसामा शाहिद और वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर लड़की के भाई को लेकर वाराणसी रवाना हो गई है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक नीट परीक्षा के दौरान वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर जूली कुमारी जिस हिना विश्वास की जगह परीक्षा दे रही थी, उससे ओसामा शाहिद ने संपर्क किया था. इसके बाद की सेटिंग विकास ने की. विकास भी कई बार कैंडिडेट उपलब्ध कराता था. मेडिकल में प्रवेश के लिए लोग सॉल्वर गैंग को 25 से 30 लाख रुपये देने को तैयार रहते हैं. हिना के पिता और सॉल्वर गैंग के बीच 25 लाख रुपये में डील फाइनल हुई थी. ओसामा शाहिद केजीएमयू में एमबीबीएस 2016 बैच का छात्र है. वह हॉस्टल में नहीं रहता है. वह गोमतीनगर में रहता था. परीक्षा में गायनी विषय में फेल हो गया था और उसकी सप्ली लगी है. ओसामा के कब्जे से नीट के कई प्रवेश पत्र सहित तमाम दस्तावेज बरामद किए गए हैं. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपियों ने मोबाइल फोन के डेटा को डिलीट कर सबूत मिटाने का प्रयास किया है. साइबर और फॉरेंसिक टीम डेटा रिकवरी के प्रयास में जुटी है.

वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर जूली और उसकी मां
वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर जूली और उसकी मां


आपको बता दें कि बीते सोमवार को वाराणसी पुलिस ने नीट के दौरान हिना विश्वास के स्थान पर बीएचयू में पढ़ने वाली बीडीएस सेकेंड ईयर की छात्रा जूली कुमारी को परीक्षा देते पकड़ा गया था. सारनाथ थाना क्षेत्र के टड़िया सोना तालाब स्थित सेंट फ्रांसिस जेवियर स्कूल सेंटर से जूली कुमारी के साथ ही उसकी मां को भी क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था. छापेमारी के दौरान गिरोह में शामिल खगड़िया का विकास कुमार महतो भाग निकला था. क्राइम ब्रांच को पता चला कि सॉल्वर गैंग का मास्टरमाइंड पटना का पीके है. मां-बेटी से पूछताछ के बाद हुआ खुलासा ओसामा शाहिद के नाम का खुलासा हुआ. साथ ही पूछताछ में ये भी सामने आया कि ये गैंग गरीब घरों से आए मेधावी छात्र-छात्राओं को को सॉल्वर बनाता था. जिसके बाद वाराणसी क्राइम ब्रांच की टीम लखनऊ पहुंची और गोमतीनगर इलाके से ओसामा शाहिद को दबोच लिया. ओसामा के साथ वाराणसी से पकड़ी गई सॉल्वर जूली के भाई को भी गिरफ्तार किया गया है.

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आरोपी ओसामा शाहिद मऊ में मोहम्मदाबाद गोहना का रहने वाला है. वह कोचिंग सेंटर में मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्रों पर नजर रखता था और उनसे सीधे संपर्क करता था. कैंडिडेट उपलब्ध कराने के लिए पीके ओसामा को फिक्स रकम देता था. इसके बाद पीके के आगे की डील से ओसामा का मतलब नहीं होता था. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ओसामा के साथ केजीएमयू से कोई और भी तो नहीं जुड़ा है. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि वाराणसी पुलिस ने ओसामा शाहिद की तलाश के लिए संपर्क किया था. उनकी मदद के लिए टीम लगाई गई थी. इसके साथ ही बिहार से भी एक आरोपी के पकड़े जाने की खबर है.

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