लखनऊ : राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी प्रिजन स्टैटिस्टिक्स इंडिया-2020 (कारागार सांख्यिकी) में यह खुलासा हुआ है कि यूपी में मानसिक बीमारी से पीड़ित कैदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वर्ष 2020 में यूपी की जेलों में 1507 मानसिक रूप से बीमार कैदी हैं. इस आंकड़े के मुताबिक मानसिक बीमारी से जूझ रहे कैदियों की लिस्ट में यूपी के बाद उड़ीसा राज्य का स्थान है.
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में मानसिक रूप से बीमार कुल 1507 कैदी यूपी की विभिन्न जेलों में बंद थे. इन 1507 मानसिक रूम से बीमार कैदियों में 369 सजायाफ्ता कैदी हैं और 1,112 कैदी अंडर ट्रायल पर हैं.
पूरे राज्य में जेल विभाग द्वारा जेलों में मेडिटेशन, योग और मानसिक रोगियों का इलाज कराने के बाद आई यह रिपोर्ट चौंकाने वाली है. एनसीआरबी रिपोर्ट में मुताबिक देश भर की जेलों में साल 2020 में कुल 156 कैदियों ने आत्महत्या की थी. जिसमें सबसे ज्यादा यूपी की जेलों में बंद कैदी शामिल थे.
यूपी की जेलों में कुल 33 कैदियों की अप्राकृतिक रूप से मौत हुई थी जिसमें आत्महत्या करने वाले कैदियों की संख्या 28 है. यूपी की जेलों का यह आंकड़ा देश में सर्वाधिक है. वहीं देश भर में 4 लाख 88 हजार 511 कैदियों में 7,524 कैदी मानसिक रूप से बीमार हैं. इसमें 42.3 फीसद यानी 3,184 कैदी सजायाफ्ता है और 4,288 कैदी अंडर ट्रायल पर हैं.