लखनऊ: लखनऊ ललित कला अकादमी क्षेत्रीय केंद्र अलीगंज में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और संस्कार भारती अवध प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में नवोत्सव 2021 के सात दिवसीय कला प्रदर्शनी और एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ. कार्यक्रम में ललित कला अकादमी नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. उत्तम पचारणे, मुख्य अतिथि पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मिश्रा उपस्थित रहे.
अध्यक्ष डॉ. उत्तम पचारणे ने अपने संबोधन में अतिथियों का स्वागत किया. साथ ही यह आश्वासन दिया कि कोरोना काल के बाद इस कार्यक्रम से कलाकारों को एक नई ऊर्जा मिली है. लोक में राम प्रदर्शनी को देखकर अयोध्या जैसी अनुभूति हुई. उन्होंने यह भी बताया कि हमारे 6 केंद्र पहले से संचालित हैं एवं चार नए केंद्रों को मान्यता मिल चुकी है. जल्द ही अपना काम शुरू करेंगे. यूपी के बारे में कहा कि कला के क्षेत्र में इस प्रदेश ने मुझे बहुत कुछ दिया है.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि आज के कार्यक्रम में लोक कला की अमूर्त विरासत के कारण ही हम अपनी संस्कृति का संवर्धन कर रहे हैं. परंपराओं पर फोकस के साथ सभी वरिष्ठ कलाकारों के सुझाव पर प्रदेश की संस्कृति नीति तैयार की जा रही है. इस पर अपनी ईमेल आईडी देखकर सभी कलाकार से सुझाव भी मांगे हैं. गांव की लोक कलाओं के संवर्धन के लिए कला गुरुकुल के तहत हर जिले में सरकारी सहायता पर प्रस्तावित है.
पद्मश्री लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने अपनी संस्था द्वारा 500 कलाकारों को आर्थिक सहायता के साथ और भी बहुत कुछ दिया. 3000 कलाकारों को मालिनी अवस्थी ने स्वयं के संगठन से ही सहायता दी है. साथ ही लोक संस्कृति से जुड़ी तमाम बातों के बारे में बताया.