लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी का दामन थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने चुनाव भर भाजपा को जमकर कोसा था. स्वामी ने कभी भाजपा को नाग बताया तो कभी उसे जड़ से खत्म करने का दावा किया था. चुनाव के नतीजों में समाजवादी पार्टी को बहुमत नहीं मिला और स्वामी प्रसाद खुद की सीट भी हार गए. ऐसे में अब एक बार फिर स्वामी चर्चा में हैं. चर्चा उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में यूपी सरकार की ओर से जांच कराए जाने को लेकर है. सोशल मीडिया में यह खबर आग की तरह फैल रही है. हालांकि इस खबर में फिलहाल कोई सच्चाई नहीं है.
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने ऐसी किसी भी खबर का खंडन करते हुए कहा कि सरकार ने अभी तक ऐसी किसी भी जांच के आदेश नहीं दिए हैं. ACS सूचना नवनीत सहगल ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि सोशल मीडिया में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच की सूचना प्रसारित हो रही है.
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ये सूचना पूरी तरह भ्रामक है. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य साल 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. वहीं, 2022 में वो भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए थे. हालांकि उन्हें इस चुनाव में फाजिलनगर सीट से हार का सामना करना पड़ा था. चुनाव के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा के साथ-साथ सीएम योगी आदित्यनाथ व पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ कई विवादित बयान दिए थे.
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