लखनऊ: कोरोना संकट के बीच यूपी के विश्वविद्यालय और विश्वविद्यालयों से संबंद्ध महाविद्यालयों के खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन लखनऊ के गोमती नगर स्थित राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नहीं खुलेगा. प्राचार्य विजय जैन ने बताया कि उनके यहां 10 राज्यों के छात्र अध्ययनरत है, जिसमें 90 प्रतिशत छात्र विश्वविद्यालय के छात्रावास में ही रहते हैं. कोरोना के बढ़ते प्रकोप और सोशल डिस्टेंसिग को देखते हुए फिलहाल विश्वविद्यालय को ना खोलने का निर्णय लिया गया है.
ऑनलाइन पढ़ाई रहेगी जारी
प्राचार्य विजय जैन ने बताया कि पहले की तरह सिर्फ ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी. छात्रों के पास संबंधित शिक्षकों के मोबाइल नंबर हैं. जरूरत पड़ने पर छात्र फोन कर अपनी समस्याओं का निराकरण कर सकते हैं. ऑफलाइन पढ़ाई स्थगित रहेगी. उन्होंने संभावना जताई कि फरवरी 2021 से कक्षाएं शुरू की जा सकती है.
शोध छात्रों को छूट
प्राचार्य विजय जैन ने बताया कि स्नातक और परास्नातक कक्षाएं पूर्णतया बंद रहेंगी, लेकिन विभिन्न विषयों पर रिसर्च कर रहे छात्र संस्था में आ जा सकते है. क्योंकि उनका कार्य कक्षाओं से संबंधित नहीं है. शोध संबंधित कार्य होने की वजह से सोशल डिस्टेंसिग का नियम टूटने का कोई डर नहीं रहता है.
छात्रावास है बड़ी समस्या
प्रचार्य विजय जैन के अनुसार उनके यहां छात्रावास में 90 कमरे है. हर कमरे में 2 से 3 छात्र रहते हैं. सोशल डिस्टेंसिंग के नियम के अनुसार एक कमरे में सिर्फ एक ही छात्र रह सकता है. इस हिसाब से सिर्फ 90 छात्रों को ही बुलाया जा सकता है, जोकि व्यवहारिक रूप से संभव नहीं है. क्योंकि अधिकांश छात्र अन्य प्रांतों के हैं.