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'ट्रिपल तलाक बिल पर मुस्लिम धार्मिक संगठनों से चर्चा करे सरकार'

मोदी सरकार ने ट्रिपल तलाक पर लोकसभा में बिल पेश किया था, जिसके लेकर मुस्लिम संगठनों ने इस मुद्दे पर और चर्चा करने को कहा था. वहीं सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने सरकार से इस मुद्दे पर मुस्लिम संगठनों के साथ बैठक करने की मांग की है.

ट्रिपल तलाक बिल
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Published : Jun 18, 2019, 10:42 AM IST

लखनऊ: यूपी प्रेस क्लब में सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने प्रेस कांफ्रेंस की. बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने कहा कि हज पर जाने वाले लोगों को सब्सिडी न देकर उनको अच्छी सहूलियत दी जा रही है यह सरकार का बेहतर कदम है.

ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने की प्रेस कांफ्रेंस.

शाइस्ता अम्बर ने कहा-

  • अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हज के लिए महिला हज सेवकों की शुरुआत की.
  • इससे हज पर जाने वाली महिलाएं अपनी परेशानियों का तस्करा महिला हज सेवक से बेहतर ढंग से कर सकती हैं.
  • ट्रिपल तलाक बिल पर उन्होंने कहा कि जो बिल लाया गया था उसमें कुछ मुद्दों को ध्यान में रखा जाए.
  • देश के बड़े मुस्लिम धार्मिक संगठन, जिसमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीअत उलमा हिंद, अहले हदीस संगठन और ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड से चर्चा करनी चाहिए.
  • इसके बाद अध्यादेश लागू करना चाहिए.

इस प्रेस कांफ्रेंस के जरिए समाजसेवी और ऑल इंडिया महिला मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने अल्पसंख्यक और मुसलमानों से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्होंने ट्रिपल तलाक जैसे अहम मुद्दे पर सरकार से अपनी मांग रखी है.

लखनऊ: यूपी प्रेस क्लब में सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने प्रेस कांफ्रेंस की. बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने कहा कि हज पर जाने वाले लोगों को सब्सिडी न देकर उनको अच्छी सहूलियत दी जा रही है यह सरकार का बेहतर कदम है.

ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने की प्रेस कांफ्रेंस.

शाइस्ता अम्बर ने कहा-

  • अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हज के लिए महिला हज सेवकों की शुरुआत की.
  • इससे हज पर जाने वाली महिलाएं अपनी परेशानियों का तस्करा महिला हज सेवक से बेहतर ढंग से कर सकती हैं.
  • ट्रिपल तलाक बिल पर उन्होंने कहा कि जो बिल लाया गया था उसमें कुछ मुद्दों को ध्यान में रखा जाए.
  • देश के बड़े मुस्लिम धार्मिक संगठन, जिसमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीअत उलमा हिंद, अहले हदीस संगठन और ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड से चर्चा करनी चाहिए.
  • इसके बाद अध्यादेश लागू करना चाहिए.

इस प्रेस कांफ्रेंस के जरिए समाजसेवी और ऑल इंडिया महिला मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने अल्पसंख्यक और मुसलमानों से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्होंने ट्रिपल तलाक जैसे अहम मुद्दे पर सरकार से अपनी मांग रखी है.

Intro:2014 में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार बनने के बाद से मुस्लिम महिलाओं के साथ हो रही ट्रिपल तलाक के मामलों को लेकर केंद्र सरकार ने ट्रिपल तलाक बिल लोकसभा में पेश किया था, जिसको लेकर सभी मुस्लिम संगठनों ने इस बिल में कुछ मुद्दों पर और चर्चा करने को कहा था और ट्रिपल तलाक बिल पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपना कड़ा ऐतराज भी जताया था वहीं आज ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने लखनऊ की यूपी प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया के सामने ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की सरकार से कुछ अहम मुद्दों पर मुस्लिम संगठनों के साथ बैठक करने की माँग की है।


Body:मीडिया से बात करते हुए शाइस्ता अंबर ने कहा कि हज पर जाने वाले लोगों को सब्सिडी ना देकर उनको अच्छी सहूलियत दी जा रही है यह सरकार का बेहतर कदम है और अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हज के लिए महिला हज सेवकों की शुरुआत की जिससे हज पर जाने वाली महिलाएं अपनी परेशानियों का तस्करा महिला हज सेवक से बेहतर ढंग से कर सकती है इसके साथ ही शाइस्ता अम्बर ने बिना मेहरम के हज पर जाने वाली महिलाओं की सहूलियत पर केंद्र सरकार के साथ मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी का स्वागत किया, शाइस्ता अम्बर का कहना है कि ऐसी सैकड़ो महिलाएं थी जिनके पति या तो मर चुके थे या शादी टूट चुकी थी लेकिन उनको हज पर जाने की इच्छा रहती थी जिसको वह अब पूरा कर सकती है। इसके साथ ही ट्रिपल तलाक बिल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जो बिल लाया गया था उसमें कुछ मुद्दों को ध्यान में रखा जाए उसके साथ ही देश की बड़ी मुस्लिम धार्मिक संगठन जिसमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीअत उलमा हिंद, अहले हदीस संगठन और ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड से चर्चा करनी चाहिए फिर अध्यादेश लागू करना चाहिए।

बाइट- शाइस्ता अम्बर, अध्यक्ष, ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड।


Conclusion:इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए समाजसेवी और ऑल इंडिया महिला मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने अल्पसंख्यक और मुसलमानों के जुड़े कई मुद्दों पर अपनी राय रखते हुए ट्रिपल तलाक जैसे अहम मुद्दे पर सरकार से अपनी मांग रखी है।
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