लखनऊ: पूरे देश में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का एक संबोधन चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल नेपाली प्रधानमंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि असल अयोध्या नेपाल में है और भगवान राम नेपाली हैं. उन्होंने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत ने एक नकली अयोध्या को दुनिया के सामने रखकर अतिक्रमण किया है. केपी शर्मा ओली के बयान को शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ओली चाइना और पाकिस्तान की कठपुतली हैं. उन्हें बिना किसी शर्त के भारतीयों से माफी मांगना चाहिए.
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के बयान पर विवाद गहरता जा रहा है. हिन्दु संतों के साथ मुस्लिम धर्मगुरु ने भी उनके बयान पर आपत्ति जताई है. शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए कहा कि नेपाल के पीएम ने जो बयान दिया है, हम इसकी निंदा करते हैं. यह बेहद अफसोसजनक बयान है. नेपाल के पीएम काफी दिनों से चीन और पाकिस्तान के इशारों पर काम रहे हैं.
सैफ अब्बास ने कहा कि नेपाल भारत सरकार और भारत के लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहा है. ओली को अपने भारत से रिश्तों को देखना चाहिए और दूसरों के हाथों की कठपुतली नहीं बनना चाहिए, क्योंकि उन्होंने ऐसा बयान देकर पूरे भारत के लोगों के दिल को ठेस पहुंचाई है. इसलिए वे बिना किसी शर्त माफी मांगें. उन्होंने कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री को यह जान लेना चाहिए कि चाइना और पाकिस्तान कभी भी किसी के दोस्त नहीं रहे हैं. यह नेपाल का भी साथ नहीं देने वाले हैं.