लखनऊ : मुख्यमंत्री योग आदित्यनाथ (Chief Minister Yog Adityanath) मंगलवार को लोकभवन में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम मेें 426.94 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले 34,500 आवासों के लाभार्थियों को प्रथम किस्त के रूप में 143 करोड़ की धनराशि बटन दबाकर हस्तांतरित की. वहीं 478.49 करोड़ की लागत से निर्मित 39 हजार आवासों के लाभार्थियों को चाबी वितरित करने के साथ गृह प्रवेश की शुभकामनाएं दीं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yog Adityanath) ने कहा कि करीब 70 वर्ष तक मुसहर जाति के लोग शासन की सुविधाओं से वंचित रहे. प्रदेश में वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही इन लोगों को जमीन का पट्टा देने के साथ उन्हें आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई. प्रदेश में 54 ऐसी जातियां थीं जिन्हें आजादी के बाद किसी सुविधा का लाभ नहीं मिला. यहां तक कि विगत वर्ष पंचायत चुनाव में उन्होंने पहली बार अपना ग्राम प्रधान चुना. आज सोनभद्र में ऐसे लोगों को जमीन का पट्टा आवंटित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा कि अब तक एक लाख आठ हजार से अधिक परिवारों को योजनाओं का लाभ दिया गया है. इसके साथ ही दिव्यांग और कुष्ठ रोगियों को इन योजनाओं से जोड़ने का काम हुआ है. आवास योजना के तहत महिला को ही इसका मालिकाना हक दिया जा रहा है. आवास योजना के लाभार्थियों को 905 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात उपलब्ध कराई जा चुकी है. प्रधानमंत्री ने वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री आवास योजना (Prime Minister's Housing Scheme) को लागू किया था. प्रदेश में विगत साढ़े पांच वर्षों के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 45 लाख गरीबों को सिर ढकने के लिए एक-एक आवास उपलब्ध कराए गए हैं. इनमें से 27 लाख ग्रामीणों और 17 लाख से अधिक लाभार्थियों को शहरी क्षेत्र के लाभार्थी हैं.
सीएम (CM) ने कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर एक करोड़ 63 लाख से अधिक परिवारों के लिए शौचालय का निर्माण कराया गया है. चयन की प्रक्रिया से छूटे लोगों के लिए दोबारा से सर्वे कराया गया और उन्हे शौचालय उपलब्ध कराए गए. बेटी के पैदा होने से लेकर उसकी शादी तक का खर्च सरकार उठा रही है. महिलाओं, युवाओं और समाज के हर वर्ग के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं. उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वह इन योजनाओं को भरपूर लाभ उठाएं. सीएम योगी ने कहा कि काेरोना काल से पहले प्रदेश के काफी युवा कोचिंग के लिए बाहर जाते थे. आज वह मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग (Chief Minister Abhyudaya Coaching) सुविधा का लाभ उठा रहे हैं. हाल ही में लोक सेवा आयोग के परिणाम में सफल 43 बच्चे कोचिंग करने वाले थे.
यह भी पढ़ें : 13 जनपदों के लिए 16 नवंबर से अयोध्या में शुरू होगी अग्निवीर भर्ती रैली