लखनऊ: जनवरी से स्वच्छता की परीक्षा शुरू होने जा रही है. नगर निगम प्रशासन का टॉप थ्री में आने का पूरा प्रयास है, लेकिन निगम के ही अधिकारी और कर्मचारी इस प्रयास में पलीता लगाते नजर आ रहे हैं. नगर आयुक्त को एक बार फिर निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था असंतोषजनक मिली. सफाई कार्य का पर्यवेक्षण नियमित रूप से न किए जाने पर सम्बन्धित सफाई एवं खाद्य निरीक्षक राज प्रताप के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है. कार्यदायी संस्था मदर स्वच्छकार की सेवा समाप्त करने और जोनल अधिकारी जोन तीन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
जयशंकर प्रसाद वार्ड के अलीगंज इलाके में मिली गंदगी
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी जयशंकर प्रसाद वार्ड स्थित अलीगंज पहुंचे. यहां नेहरू बाल वाटिका, चेतना सेंटर, सेक्टर-ई अलीगंज और निराला नगर होते हुए आईटी कॉलेज व विश्वविद्यालय मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया. पार्क के आस-पास एवं आंतरिक मार्गों पर नियमित सफाई न होने के कारण सफाई व्यवस्था असंतोषजनक पाई गई.
सफाई निरीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई
क्षेत्र के सफाई कार्य का पर्यवेक्षण नियमित रूप से नहीं होता पाया गया. संबंधित सफाई एवं खाद्य निरीक्षक राज प्रताप के खिलाफ विभागीय कार्रवाई प्रारम्भ किए जाने और जोनल अधिकारी जोन-3 राजेश सिंह को सफाई कार्यों में लापरवाही बरतने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं. मदर स्वच्छकार की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश दिए गए.
लापरवाह अधिकारियों पर निगम प्रशासन सख्त
स्वच्छता की दौड़ में भाग लेने के लिए एक बार फिर लखनऊ शहर तैयार है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में देश के चार हजार से अधिक शहर भाग ले रहे हैं. नगर निगम इस बार फिर शहर को स्वच्छ बनाने के प्रयासों में जुट गया है. शहर की सफाई को लेकर लापरवाह अधिकारियों पर नगर निगम प्रशासन सख्त है. किसी भी स्तर की ढिलाई होने पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है.