लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव देश के किसानों की बदहाली का अच्छा उदाहरण हो सकते हैं वह 10.77 एकड़ खेतिहर जमीन के मालिक हैं लेकिन 5 साल में उन्होंने महज 8,24,908 रुपये ही कमाए हैं जबकि उन्हें लोकसभा सदस्य के तौर पर मिलने वाले वेतन के अलावा मकान का किराया भी मिलता है.
21वीं सदी में उत्तर प्रदेश के जिन तीन राजनेताओं की संपत्ति में बेतहाशा वृद्धि दर्ज की गई थी उनमें सोनिया गांधी, बृज भूषण शरण सिंह के साथ मुलायम सिंह यादव का नाम भी शुमार है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स संस्था ने 1999 से 2014 के बीच इन तीनों राजनेताओं की संपत्ति में बेतहाशा वृद्धि होने पर सवाल खड़े किए थे.
वहीं अब 5 साल बाद मुलायम सिंह यादव की संपत्ति में अचानक वृद्धि दर इतनी कम हो गई है एक बार फिर लोग ताज्जुब में हैं. मुलायम सिंह के पास इटावा और आसपास के क्षेत्रों में 10 .77 अकड़ कृषि भूमि है इसके अलावा उनके पास इटावा शहर समेत कई अन्य स्थानों पर आवासीय संपत्तियां भी हैं जिनसे उन्हें किराया भी प्राप्त होता है.
वहीं मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी में सोमवार को अपना पर्चा दाखिल करने के मौके पर यह जानकारी चुनाव आयोग से साझा की है. इसके बावजूद पिछले 5 साल के दौरान उनकी कमाई बेहद घट गई है. जिस खेती के दम पर उत्तर प्रदेश के हजारों किसान अपना जीवन यापन कर रहे हैं उसी खेत से मुलायम सिंह को लगभग नहीं के बराबर कमाई हो रही है उन की सालाना कमाई का औसत 15,000 प्रति एकड़ से भी कम है.
दिलचस्प यह भी है कि मुलायम सिंह यादव जहां किसी तरह का स्वर्ण आभूषण नहीं रखते हैं वहीं उनकी पत्नी साधना यादव के पास साढ़े सात किलो से ज्यादा सोने के आभूषण है. जिन की बाजार में कीमत लगभग 2 करोड़ 41 लाख बताई गई है.
वहीं मुलायम के पास 16,70,266 रुपए नकद हैं जबकि उनकी पत्नी के पास नकद रकम खोल 5150 है उन्होंने अपने छोटे बेटे प्रतीक यादव को 43,70,000 रुपए पत्नी साधना यादव को 67,5657 का कर्ज दे रखा है मुलायम सिंह की नकद संपत्ति 1 करोड़ 36,65,853 है जबकि उनकी पत्नी साधना यादव की नखत संपत्ति 2 करोड़ 97,65,742 रूपया है. यही वजह है कि अब मुलायम के संपत्ति पर एक बार फिर उंगलियां उठ रही हैं.
वहीं मुलायम सिंह यादव ने अपने शपथपत्र में चुनाव आयोग को बताया है कि उनके पुत्र अखिलेश यादव पर दो करोड़ 13 लाख 80,000 की देनदारी है. मुलायम सिंह की कुल संपत्ति14 करोड़ 68 लाख के करीब है उनकी शैक्षिक योग्यता राजनीति शास्त्र में आगरा यूनिवर्सिटी से परास्नातक डिग्री है. सबसे अहम सवाल यह है कि पिछले 5 साल में उनकी संपत्ति आखिर इतनी कम रफ्तार से क्यों बढ़ी.