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Mulayam Singh Yadav: एक ऐसा यादव नेता जिसके मुसलमान भी थे मुरीद, सपा के हुए करीब - मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक जीवन

समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) एक ऐसे नेता थें, जो सभी जातियों और धर्मों के साथ मुसलमानों के लिए भी खूब काम किया.

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Published : Oct 11, 2022, 8:17 PM IST

लखनऊ: पूरा देश आज समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को याद कर रहा है. मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक जीवन में कई नारे रैलियों और सभाओं की जान बन गई. कोई उन्हें 'धरती पुत्र' पुकारता, तो कोई 'जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है' के नारे लगाकर जोश भरता. एक नारा जो मुलायम सिंह को मुसलमानों का भी करीबी बनाता रहा, वह था- 'मुल्ला मुलायम सिंह'. मुलायम सिंह अक्सर टोपी लगाकर ईद और बकरीद जैसे त्योहारों में मुस्लिमों के बीच पहुंच जाते थे. आज उलमा भी मुलायम सिंह के निधन पर शोक जता रहा है और उनको याद कर गम का इजहार कर रहा है.

ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव ने सभी जातियों और धर्मों के साथ मुसलमानों के लिए भी खूब काम किया. मुलायम सिंह यादव का मुख्यमंत्री रहते हुए उत्तर प्रदेश के विकास में बड़ा योगदान रहा है. वह अक्सर उलमा से मिलने उनके घर पहुंच जाया करते थे. यही नहीं ईद और बकरीद जैसे बड़े पर्वों पर भी मुलायम सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए ईदगाह तशरीफ लाते रहे.

उन्होंने कहा कि बदले में मुसलमानों ने भी मुलायम सिंह यादव को भरपूर प्यार और साथ दिया. शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि मुलायम सिंह यादव जी बेहतरीन शख्सियत के मालिक थे और उन्होंने अपने जीवन में ईमानदारी के साथ हर तबके का ख्याल रखा. मुलायम सिंह ने गरीब, पिछड़े और गिरते हुए तबके का भी साथ दिया और उनका काम किया.

दारुल उलूम नदवा से मुलायम के थे गहरे संबंध
देश के बड़े इस्लामिक शिक्षण संस्थानों में से एक दारुल उलूम नदवा से भी मुलायम सिंह यादव का करीबी नाता रहा. लखनऊ में बने हज हाउस को मौलाना अली मियां के नाम पर रखा गया. मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह ने नदवा कॉलेज का दौरा किया और कई बार मुख्यमंत्री आवास पर वहां के उलमा को बुलाकर उनकी बात सुनी. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष और नदवा के सरपरस्त मौलाना राबे हसनी नदवी ने एक बयान में मुलायम सिंह के इस दुनिया से रुखसत हो जाने पर गम और अफसोस का इजहार किया. मौलाना ने कहा कि मुलायम सिंह का निधन सबके लिए बहुत बड़ा नुकसान है. राबे हसनी नदवी ने कहा कि मुलायम सिंह अल्पसंख्यकों के सच्चे हमदर्द थे. उनके संवैधानिक अधिकार और तरक्की के लिए कोशिश करते रहते थे.

भारतीय जनता पार्टी के मुस्लिम नेताओं भी अफसोस जाहिर किया
उत्तर प्रदेश सरकार के एकलौते मुस्लिम मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने भी मुलायम सिंह यादव जैसे बड़े नेता के निधन पर उनको याद करते हुए अफसोस का इजहार किया है. मंत्री दानिश आजाद ने कहा कि जिस तरीके से तीन बार मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने लोगों के लिए काम किया. वह हम सभी नेताओं के लिए एक प्रेरणास्रोत है. यूपी मदरसा बोर्ड के चेयरमैन और भाजपा नेता डॉक्टर इफ्तिखार अहमद जावेद ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि नेता जी की अल्पसंख्यक वर्ग में बेहतरीन लोकप्रियता थी और वह लाखों करोड़ों किसानों, गरीबों और मजलूमों के नेता थे.

यह भी पढ़ें: बिना पिता के साए अब कैसे समाजवादी रथ को आगे बढ़ाएंगे अखिलेश यादव...

लखनऊ: पूरा देश आज समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को याद कर रहा है. मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक जीवन में कई नारे रैलियों और सभाओं की जान बन गई. कोई उन्हें 'धरती पुत्र' पुकारता, तो कोई 'जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है' के नारे लगाकर जोश भरता. एक नारा जो मुलायम सिंह को मुसलमानों का भी करीबी बनाता रहा, वह था- 'मुल्ला मुलायम सिंह'. मुलायम सिंह अक्सर टोपी लगाकर ईद और बकरीद जैसे त्योहारों में मुस्लिमों के बीच पहुंच जाते थे. आज उलमा भी मुलायम सिंह के निधन पर शोक जता रहा है और उनको याद कर गम का इजहार कर रहा है.

ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव ने सभी जातियों और धर्मों के साथ मुसलमानों के लिए भी खूब काम किया. मुलायम सिंह यादव का मुख्यमंत्री रहते हुए उत्तर प्रदेश के विकास में बड़ा योगदान रहा है. वह अक्सर उलमा से मिलने उनके घर पहुंच जाया करते थे. यही नहीं ईद और बकरीद जैसे बड़े पर्वों पर भी मुलायम सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए ईदगाह तशरीफ लाते रहे.

उन्होंने कहा कि बदले में मुसलमानों ने भी मुलायम सिंह यादव को भरपूर प्यार और साथ दिया. शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि मुलायम सिंह यादव जी बेहतरीन शख्सियत के मालिक थे और उन्होंने अपने जीवन में ईमानदारी के साथ हर तबके का ख्याल रखा. मुलायम सिंह ने गरीब, पिछड़े और गिरते हुए तबके का भी साथ दिया और उनका काम किया.

दारुल उलूम नदवा से मुलायम के थे गहरे संबंध
देश के बड़े इस्लामिक शिक्षण संस्थानों में से एक दारुल उलूम नदवा से भी मुलायम सिंह यादव का करीबी नाता रहा. लखनऊ में बने हज हाउस को मौलाना अली मियां के नाम पर रखा गया. मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह ने नदवा कॉलेज का दौरा किया और कई बार मुख्यमंत्री आवास पर वहां के उलमा को बुलाकर उनकी बात सुनी. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष और नदवा के सरपरस्त मौलाना राबे हसनी नदवी ने एक बयान में मुलायम सिंह के इस दुनिया से रुखसत हो जाने पर गम और अफसोस का इजहार किया. मौलाना ने कहा कि मुलायम सिंह का निधन सबके लिए बहुत बड़ा नुकसान है. राबे हसनी नदवी ने कहा कि मुलायम सिंह अल्पसंख्यकों के सच्चे हमदर्द थे. उनके संवैधानिक अधिकार और तरक्की के लिए कोशिश करते रहते थे.

भारतीय जनता पार्टी के मुस्लिम नेताओं भी अफसोस जाहिर किया
उत्तर प्रदेश सरकार के एकलौते मुस्लिम मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने भी मुलायम सिंह यादव जैसे बड़े नेता के निधन पर उनको याद करते हुए अफसोस का इजहार किया है. मंत्री दानिश आजाद ने कहा कि जिस तरीके से तीन बार मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने लोगों के लिए काम किया. वह हम सभी नेताओं के लिए एक प्रेरणास्रोत है. यूपी मदरसा बोर्ड के चेयरमैन और भाजपा नेता डॉक्टर इफ्तिखार अहमद जावेद ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि नेता जी की अल्पसंख्यक वर्ग में बेहतरीन लोकप्रियता थी और वह लाखों करोड़ों किसानों, गरीबों और मजलूमों के नेता थे.

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