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लखनऊ: योगी सरकार ने दिया दीये जलाने का आदेश, मौलाना ने जताया ऐतराज

राजधानी लखनऊ में प्रदेश सरकार की ओर से एक आदेश जारी किया गया है. आदेश में सरकारी स्कूलों को दीपावली के दीये से रौशन करने की बात कही गयी है.

मौलाना सुफियान निजामी.
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Published : Oct 25, 2019, 8:55 PM IST

लखनऊ: दिवाली के मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से एक आदेश सुर्खियों का सबब बना हुआ है. इसमें यूपी के सरकारी स्कूलों को दीपावली के दिये से रौशन करने की बात कही गयी है. इस आदेश को लेकर दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने अपना बयान जारी कर सरकार के इस फरमान पर ऐतराज जताया है.

मौलाना सुफियान निजामी.

उनका कहना है कि इस मुल्क की परंपरा रही है कि हर त्योहार एक दूसरे के साथ मिलजुल कर मनाया जाता है. हिंदू और मुसलमान मिलकर अपने हर त्योहार को एक दूसरे के साथ खुशी के माहौल में मनाते हैं. इसलिए जो लोग यह समझते हैं कि दिवाली किसी एक खास मजहब और तबके का त्योहार है तो यह गलत है.

मौलाना का कहना है कि इस मौके पर किसी तरीके के आदेश जारी करने की कतई जरूरत नहीं है, क्योंकि तमाम लोग जो इस मुल्क में रहते हैं. वह दिवाली के मौके पर दिये भी रौशन करते हैं. दिवाली की एक दूसरे को मुबारकबाद भी पेश करते हैं. ऐसे में दिवाली के मौके पर किसी तरह का कोई आदेश देना एक नए विवाद को जन्म देना है.

इसे भी पढ़ें:- लखीमपुर खीरी: बच्चों ने निकाली जागरूकता रैली, दिया इको फ्रेंडली दिवाली का संदेश

लखनऊ: दिवाली के मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से एक आदेश सुर्खियों का सबब बना हुआ है. इसमें यूपी के सरकारी स्कूलों को दीपावली के दिये से रौशन करने की बात कही गयी है. इस आदेश को लेकर दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने अपना बयान जारी कर सरकार के इस फरमान पर ऐतराज जताया है.

मौलाना सुफियान निजामी.

उनका कहना है कि इस मुल्क की परंपरा रही है कि हर त्योहार एक दूसरे के साथ मिलजुल कर मनाया जाता है. हिंदू और मुसलमान मिलकर अपने हर त्योहार को एक दूसरे के साथ खुशी के माहौल में मनाते हैं. इसलिए जो लोग यह समझते हैं कि दिवाली किसी एक खास मजहब और तबके का त्योहार है तो यह गलत है.

मौलाना का कहना है कि इस मौके पर किसी तरीके के आदेश जारी करने की कतई जरूरत नहीं है, क्योंकि तमाम लोग जो इस मुल्क में रहते हैं. वह दिवाली के मौके पर दिये भी रौशन करते हैं. दिवाली की एक दूसरे को मुबारकबाद भी पेश करते हैं. ऐसे में दिवाली के मौके पर किसी तरह का कोई आदेश देना एक नए विवाद को जन्म देना है.

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Intro:दिवाली के मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से एक आदेश सुर्खियों का सबब बना हुआ है जिसमे यूपी के सरकारी स्कूलों में दीपावली के दिये रौशन करने की बात कही गयी है। इस आदेश को लेकर दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने अपना बयान जारी कर सरकार के इस फरमान पर ऐतराज़ जताया है।

Body:दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी का कहना है कि इस मुल्क की परंपरा रही है कि हर त्यौहार एक दूसरे के साथ मिलजुल कर मनाया जाता है और हिंदू और मुसलमान मिलकर अपने हर त्यौहार को एक दूसरे के साथ खुशी के माहौल में मनाते हैं इसलिए जो लोग यह समझते हैं कि दिवाली किसी एक ख़ास मजहब और तबके का त्यौहार है वह गलत है लिहाज़ा इस मौके पर किसी तरीके के आदेश को जारी करने की कतई जरूरत नहीं है क्योकि तमाम लोग जो इस मुल्क में रहते हैं वह दिवाली के मौके पर दिए भी रोशन करते हैं और दिवाली की एक दूसरे को मुबारकबाद भी पेश करते हैं ऐसे में दिवाली के मौके पर किसी तरह का कोई आदेश देना एक नए विवाद को जन्म देना है मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि दिवाली का मौका एक रोशनी का मौका होता है जिसमें लोग अपने घरों में दिए और रोशनी करके एक दूसरे को मुबारकबाद पेश करते हैं और हिंदुस्तान को अंधेरों से रोशनी की तरफ ले जाने की दुआए करते है।

बाइट- मौलाना सुफियान निज़ामी, प्रवक्ता, दारुल उलूम फरंगी महलConclusion:
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