लखनऊ: बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी की सोमवार को मोहाली और लखनऊ की कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हुई .वहीं पेशी के दौरान बांदा जेल में सुरक्षा काफी सख्त रही. लखनऊ में 21 साल पुराने मामले में पेशी हुई तो वहीं मोहाली में रंगदारी मांगने के मामले में मुख्तार अंसारी की पेशी हुई है. मुख्तार अंसारी की अब अगली पेशी 19 अप्रैल को होगी.
बीस साल पहले जेलर ने दर्झ कराई थी रिपोर्ट
साल 2000 में जेलर एसएन द्विवेदी ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ थाना आलमबाग में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में बंदियों को जेल में दाखिल कराते समय एक बंदी को मुख्तार अंसारी के लोगों ने बुरी तरह से मारा पीटा. इस मामले में फिर एक बंदी रक्षक भी बीच-बचाव में घायल हो गया. किसी तरह अलार्म बजा कर स्थिति को नियंत्रित किया गया था.
19 अप्रैल को होगी अगली सुनवाई
21 साल पुराने मामले में मुख्तार अंसारी समेत यूसुफ चिश्ती ,आलम, कल्लू पंडित ,लालजी यादव पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था. आरोप लगाया गया था कि जेलर एसएन दिवेदी और डिप्टी जेलर बैजनाथ राम चौरसिया के रहते हुए एक बंदी पर जेल में दाखिल होते समय हमला बोल दिया गया था. वहीं प्रधान बंदी रक्षक स्वामी दयाल अवस्थी भी इसमें घायल हुए थे. जेल अधिकारियों पर पथराव भी हुआ था. इस मामले को लेकर मुख्तार अंसारी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हुई.