लखनऊ : प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम, हथकरघा तथा वस्त्रउद्योग मंत्री राकेश सचान ने बुधवार को विभागों के अधिकारियों के साथ विभागीय बजट की समीक्षा बैठक की. बैठक में राकेश सचान ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023–24 के लिए स्वीकृत बजट तथा उसके सापेक्ष किए गए खर्च की जानकारी ली और धीमी प्रगति वाली योजनाओं के संबंध में नाराजगी जताते हुए निर्देश दिया कि समय से बजट का सदुपयोग कर लिया जाए, किसी भी दशा में बजट सरेंडर की स्थिति नहीं आनी चाहिए. मंत्री ने इस अवसर पर आगामी वित्तीय वर्ष 2024–25 के लिए प्रस्तावित बजट की भी जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
मंडल स्तरीय प्रदर्शनी : मंत्री राकेश सचान ने खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023–24 के लिए स्वीकृत बजट तथा उसके सापेक्ष किए गए खर्च और आगामी वित्तीय वर्ष 2024–25 के लिए प्रस्तावित बजट की भी जानकारी ली. इस अवसर पर उन्होंने निर्देश दिया कि खादी के उत्पादों और उसकी बिक्री को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए. मंडल स्तरीय प्रदर्शनी लगाकर इसके उत्पादों को लोकप्रिय बनाया जाए. जिससे इससे जुड़े लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके. उन्होंने निर्देश दिया कि माटी कला टूल किट्स वितरण योजना को और अधिक सशक्त बनाये जाने के लिए आगामी आय-व्ययक प्रस्ताव में अधिक धनराशि की मांग कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित करने की कार्रवाई की जाए.
इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में माटी कला मेला : उल्लेखनीय है कि दीपावली के अवसर पर खादी भवन, मुख्यायल एवं इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में लगाए गए माटी कला मेले में एक करोड़ से अधिक की बिक्री हुई साथ ही प्रदेश के सभी जनपदों में भी दीपावली के अवसर पर तीन दिवसीय माटी कला मेला आयोजित किया गया, जिसमें लगभग धनराशि 14 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री माटी कला कारीगरों द्वारा किए जाने की सूचना प्राप्त हुई है. बजट उपयोग के सन्दर्भ में विभागीय अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि अवशेष धनराशि की मांग शासन से की जा रही है, जिससे माटी कला के 3000 कारीगरों को निःशुल्क विद्युत चालित चॉक का वितरण का किया जाएगा.
लाभाथिर्यों की प्रगति सुनिश्चित कराना ही लक्ष्य : मंत्री राकेश सचान ने बैठक में एमएसएमई के अधिकारियों को निदेर्शित करते हुए कहा कि एमएसमएई विभाग की महत्ता अत्यधिक है. रोजगार सृजन अधिक से अधिक एमएसएमई सेक्टर से ही होता है. इस ओर बहुत ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है. अतः वित्तीय वर्ष 2023-24 के विभागीय बजट का शत-प्रतिशत सदुपयोग कराते हुए लाभाथिर्यों को लाभान्वित कराकर शत-प्रतिशत प्रगति प्राप्त करना सुनिश्चत करें. बैठक के अंत में अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम, हथकरघा तथा वस्त्रउद्योग विभागअमित मोहन प्रसाद ने मंत्री को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा.
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