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Mothers group in council schools : अब मां समूह जांचेगा परिषदीय स्कूलों के बच्चों को मिलने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता - सरकारी स्कूलों में मां समूह

प्रदेश के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व व संबद्ध प्राइमरी विद्यालयों में बनने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता परखने के लिए अब प्रत्यके विद्यालय में मां समूह (Mothers group in council schools) गठित किए जाएंगे. इस बाबत महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है.

महानिदेशक स्कूल शिक्षा का आदेश
महानिदेशक स्कूल शिक्षा का आदेश
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Published : Jan 24, 2023, 10:19 AM IST

लखनऊ : प्रदेश के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व व संबद्ध प्राइमरी विद्यालयों में बच्चों को परोसे जाने वाले आहार की गुणवत्ता की जांच की जिम्मेदारी बच्चों की मां संभालेंगी. इसके लिए हर विद्यालय के स्तर पर मां समूह का गठन किया जाएगा. जो विद्यालयों में बच्चों को परोसे जाने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता तथा मैन्यू के अनुसार भोजन परोसा जा रहा है या नहीं इसकी जांच करेंगे. इसके लिए हर विद्यालयों में रोस्टर के अनुसार मां समूहों का गठन किया जाएगा. महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं.

मां समूह के प्रशिक्षण के लिए 600 रुपये प्रति स्कूल मिलेगा बजट : महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के अनुसार मां समूह के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी के लिए उनको प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए प्रत्येक विद्यालय में 600 रुपए का बजट जारी किया गया है. यह बजट प्रशिक्षण पर खर्च किया जाएगा. ट्रेनिंग के दौरान मां को अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने के साथ ही आसपास की महिलाओं को भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगी. ट्रेनिंग में बच्चों को मिड डे मील में दिए जाने वाले भोजन की नियमितता, मात्रा व गुणवत्ता की जांच कैसे करनी है. इसके बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही मिड डे मील को पकाने से पूर्व, पकाते समय व पड़ोस के समय स्वच्छता एवं सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है या नहीं इसकी जांच कैसे करें. भोजन पकाने के लिए प्रयोग किए जा रहे खास सामग्री व बर्तन की साफ सफाई सही से है कि नहीं इसकी भी जांच करेंगे.

प्रदेश 1.51 लाख बेसिक स्कूल में पढ़ते हैं 1.91 करोड़ छात्र-छात्राएं : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रदेश के 75 जिलों में 1 लाख 51 हजार प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का संचालन किया जाता है. इन विद्यालयों में करीब एक करोड़ 91 लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं. जिन्हें मिड डे मील व्यवस्था के तहत दोपहर का खाना दिया जाता है. कई बार मिड डे मील व्यवस्था को लेकर शिकायतें सामने आती हैं. इसी व्यवस्था को सही करने के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा में मां समूहों का गठन कर मिड डे मील की गुणवत्ता सुधारने का कार्यक्रम शुरू किया है. मां समूह द्वारा योजना के संबंध में किसी भी प्रकार के समाधान ना होने या को शिकायत होने पर प्रदेश स्तर पर संचालित टोल फ्री नंबर 18001800666 संपर्क कर इसकी शिकायत सीधे महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय में की जा सकती है.

यह भी पढ़ें : Girl student death case in hostel : हॉस्टल में छात्रा की हुई मौत के मामले में परिजनों ने दर्ज कराया हत्या का मुकदमा

लखनऊ : प्रदेश के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व व संबद्ध प्राइमरी विद्यालयों में बच्चों को परोसे जाने वाले आहार की गुणवत्ता की जांच की जिम्मेदारी बच्चों की मां संभालेंगी. इसके लिए हर विद्यालय के स्तर पर मां समूह का गठन किया जाएगा. जो विद्यालयों में बच्चों को परोसे जाने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता तथा मैन्यू के अनुसार भोजन परोसा जा रहा है या नहीं इसकी जांच करेंगे. इसके लिए हर विद्यालयों में रोस्टर के अनुसार मां समूहों का गठन किया जाएगा. महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं.

मां समूह के प्रशिक्षण के लिए 600 रुपये प्रति स्कूल मिलेगा बजट : महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के अनुसार मां समूह के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी के लिए उनको प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए प्रत्येक विद्यालय में 600 रुपए का बजट जारी किया गया है. यह बजट प्रशिक्षण पर खर्च किया जाएगा. ट्रेनिंग के दौरान मां को अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने के साथ ही आसपास की महिलाओं को भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगी. ट्रेनिंग में बच्चों को मिड डे मील में दिए जाने वाले भोजन की नियमितता, मात्रा व गुणवत्ता की जांच कैसे करनी है. इसके बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही मिड डे मील को पकाने से पूर्व, पकाते समय व पड़ोस के समय स्वच्छता एवं सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है या नहीं इसकी जांच कैसे करें. भोजन पकाने के लिए प्रयोग किए जा रहे खास सामग्री व बर्तन की साफ सफाई सही से है कि नहीं इसकी भी जांच करेंगे.

प्रदेश 1.51 लाख बेसिक स्कूल में पढ़ते हैं 1.91 करोड़ छात्र-छात्राएं : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रदेश के 75 जिलों में 1 लाख 51 हजार प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का संचालन किया जाता है. इन विद्यालयों में करीब एक करोड़ 91 लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं. जिन्हें मिड डे मील व्यवस्था के तहत दोपहर का खाना दिया जाता है. कई बार मिड डे मील व्यवस्था को लेकर शिकायतें सामने आती हैं. इसी व्यवस्था को सही करने के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा में मां समूहों का गठन कर मिड डे मील की गुणवत्ता सुधारने का कार्यक्रम शुरू किया है. मां समूह द्वारा योजना के संबंध में किसी भी प्रकार के समाधान ना होने या को शिकायत होने पर प्रदेश स्तर पर संचालित टोल फ्री नंबर 18001800666 संपर्क कर इसकी शिकायत सीधे महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय में की जा सकती है.

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