लखनऊ : कोरोना वैक्सीन अभी तक 18 साल से अधिक वालों को लगाई जा रही है. अब प्रधानमंत्री ने हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वायरस से बचाव के लिए बूस्टर डोज लगाने का एलान कर दिया है. इसके साथ ही 15 से ऊपर और 18 वर्ष से कम के किशोरों को भी वैक्सीनेशन की अनुमति दे दी है. यह वैक्सीनेशन जनवरी 2022 से शुरू होगा. वहीं बूस्टर डोज का अभियान 10 जनवरी से शुरू होगा. यूपी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के वैक्सीनेशन नोडल ऑफीसर डॉ. मनोज शुक्ला के मुताबिक केंद्र सरकार की गाइडलाइन का इंतजार है. राज्य में बूस्टर डोज और किशोरों के टीकाकरण के लिए तैयारी पूरी है.
किशोरों के लिए ऑनलाइन- बूस्टर के लिए ऑफलाइन भी होगा पंजीकरण
अधिकारियों के मुताबिक अभी वैक्सीनेशन के नए अभियान की गाइडलाइन केंद्र सरकार से नहीं मिली है. मगर, 15 से अधिक व 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को वैक्सीनेशन के लिए पहले ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा होगी. पर्याप्त मात्रा में डोज की उपलब्धता होने पर ऑफलाइन पंजीकरण भी किया जाएगा. वहीं बूस्टर डोज लगवाने के लिए ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी पंजीकरण किया जा सकेगा. वहीं सर्टिफिकेट पर भी तीसरी डोज का जिक्र होगा. किशोरों के लिए पहले ही वैक्सीन की आपूर्ति के दावे किए जा रहे हैं.
इन्हें लगेगी बूस्टर डोज
- कुल लाभार्थी 2 करोड़ 80 लाख 55 हजार 92
- हेल्थ वर्कर की संख्या 10 लाख 9 हजार 876
- फ्रंट लाइन वर्कर की संख्या 10 लाख 43 हजार 604
- 60 वर्ष से अधिक बुजुर्ग 1 करोड़ 87 लाख 52 हजार, 112
- राज्य में 7.75 करोड़ को लगेगी डोज, पहले 1.40 करोड़ को लगेगी डोज
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यूपी में 2 साल से अधिक और 18 साल से कम 7.75 करोड़ लोग हैं. वहीं अभी 15 साल से अधिक और 18 साल से कम को टीका लगाया जाएगा. इनकी संख्या 1 करोड़ 40 लाख के करीब है.
पहले फिक्स साइट पर होगा टीकाकरण
राज्य सरकार बच्चों के टीकाकरण को लेकर डबल प्लान बना रही है. यह प्लान वैक्सीन की डोज कितनी मिलती हैं, इस आधार पर लागू किए जाएंगे. सबसे पहले फिक्स साइट यानी बूथ बनाकर टीका लगाया जाएगा. वहीं पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मिलने पर कैंप भी लगाए जाएंगे.
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एक नजर
देश में 18 वर्ष से कम 44 करोड़ बच्चे-किशोर
12 से 17 की उम्र के 12 करोड़ बच्चे-किशोर
पहले को-मॉर्बिडिटीज वाले बच्चों को लगेगी डोज
वैक्सीन लगने बाद बच्चों को भेजा जा सकेगा स्कूल
ट्रायल में बच्चों पर कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखे