लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का धार्मिक स्थल नैमिषारण्य देश भर में प्रसिद्ध है. देश के विभिन्न हिस्सों से लोग यहां पर आते हैं. श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटती है. इसको ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से नैमिष के लिए दो इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को हरी झंडी दिखाई थी, लेकिन चार्जिंग स्टेशन न होने के चलते इन बसों का संचालन कुछ दिन ही हो पाया. अब नैमिष में ही चार्जिंग स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जिससे आने वाले दिनों में इस रूट पर अधिक संख्या में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का प्लान तैयार किया गया है. इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से श्रद्धालुओं को नैमिष तक पहुंचने में बड़ी राहत मिलेगी.
नैमिषारण्य के लिए दो इलेक्ट्रिक बसें संचालित : उत्तर प्रदेश सरकार का पूरा ध्यान अब इलेक्ट्रिक बसों के संचालक पर है. नगरों के अंदर तो इलेक्ट्रिक बसें संचालित ही हो रही हैं, धार्मिक स्थलों को भी इलेक्ट्रिक बसों से ही जोड़ा जाए, इसके लिए भी सरकार सिटी ट्रांसपोर्ट लिमिटेड को इलेक्ट्रिक बसें मुहैया करा रही है. फेम योजना के तहत लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड समेत प्रदेश के सात महानगरों में लगभग 700 बसें संचालित भी हो रही हैं. मई माह तक इलेक्ट्रिक बसों की संख्या में और भी बढ़ोतरी हो जाएगी. लखनऊ में ही 100 इलेक्ट्रिक बसें संचालित हो रही हैं. लखनऊ से सीतापुर के नैमिषारण्य के लिए दो इलेक्ट्रिक बसें संचालित कराई गईं थीं. शुरुआत में बसें चलाई भी गईं, लेकिन चार्जिंग स्टेशन न होने के चलते इलेक्ट्रिक बसों का संचालन ठप हो गया. इसके बाद दो सीएनजी बसें संचालित हो रही हैं, लेकिन अब इस रूट पर चार्जिंग स्टेशन का निर्माण शुरू हो गया है. इसके बाद अब इलेक्ट्रिक बसें ही इस रूट पर संचालित की जाएंगी.
इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में होगी बढ़ोतरी : लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी का कहना है कि 'नैमिषारण्य तीर्थ में चार्जिंग स्टेशन का निर्माण पूरा हो जाने के बाद इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी. नैमिष के लिए अभी तक दो इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की अनुमति है, उनकी संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी. नैमिषारण्य और सीतापुर के लिए ज्यादा बसें चलाई जाएंगी. इससे धार्मिक स्थलों को इलेक्ट्रिक बसों से जोड़ा जा सकेगा. श्रद्धालुओं को तीर्थ स्थल तक पहुंचने में सहूलियत मिलेगी.' उन्होंने बताया कि 'नगरीय सीमा से बाहर सिटी बसों के संचालन पर रोक लगी है. ऐसे में अभी तक जिन रूटों पर सीमा से बाहर सिटी बसें संचालित हो रही थीं, उन्हें बंद कर दिया गया है. वह शहर में ही संचालित होंगी, लेकिन नैमिषारण्य तीर्थ के लिए सीमा का कोई प्रतिबंध नहीं है, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नैमिषारण्य के लिए इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को हरी झंडी दी है. लिहाजा, इस रूट पर चार्जिंग स्टेशन के निर्माण के बाद इलेक्ट्रिक बसों की संख्या में बढ़ोतरी किए जाने की योजना है.'