लखनऊ: हाईकोर्ट में ईद की नमाज के लिए 1 घंटे की समय देने की मांग को लेकर याचिका दी गई थी, जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने मीडिया में बयान जारी कर याचिकाकर्ताओं को पहले इस्लाम धर्म का अध्ययन करने की सलाह दी है.
याचिका दायर करने वालों को भी इस्लाम का अध्ययन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म मे तो यहां तक कहा जाता है कि अगर आप नमाज पढ़ रहे हो और आपको आपकी मां बुला ले तो आपको अपनी नमाज छोड़ देनी चाहिए. इसी तरह अगर किसी की जान जोखिम में हो और आप नमाज में हो तो आपको अगर वह शख्स बुलाता है तो आपको अपनी नमाज छोड़ देने का हुक्म है. ऐसे लोग इस तरह की याचिका क्यों दायर करते हैं, उन्हें भी समझना चाहिए.
राज्य मंत्री का यह बयान उस वक्त आया है जब हाईकोर्ट ने भी इस मसले में दखल देने से इनकार कर दिया है. पूरा मामला राज्य सरकार के जिम्मे कर दिया है. हालांकि तमाम मुस्लिम धर्मगुरु भी लगातार अपने घरों में इबादत करने की अपील कर रहे हैं.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ईद को लेकर मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज की इजाजत की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सीधे तौर पर राहत देने से इनकार कर दिया है. अदालत ने कहा कि पहले राज्य सरकार से इस संबंध में अनुरोध किया जाए. राज्य सरकार से अनुरोध खारिज होने या फिर अर्जी पेंडिंग होने पर याचिका दाखिल की जाए.