लखनऊ: मोदी सरकार ने ईद के मौके पर अल्पसंख्यक छात्रों और छात्राओं शिक्षा के क्षेत्र में 5 करोड़ स्कॉलरशिप देने का एलान किया था. वहीं वर्ष 2019-20 के तहत केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने देश के एक करोड़ मुस्लिम छात्रों को छात्रवृत्ति दिए जाने की तारीखों का एलान किया है. मोदी सरकार ने विशेष तौर से अल्पसंख्यक छात्राओं को 50 फीसदी का कोटा दिया है. अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के तहत दी जाने वाली यह स्कॉलरशिप प्री मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक और मेरिट कम मींस के तहत एकत्रित की जाएगी. इसमें प्री मैट्रिक के छात्र और छात्राएं 15 अक्टूबर तक, वहीं पोस्ट मैट्रिक और मेरिट कम मींस छात्रवृत्ति के लिए 31 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं.
ये बोलीं छात्राएं
- स्कॉलरशिप से उनकी उम्मीदें बढ़ी हैं. इन पैसों से मां-बाप पर पढ़ाई को लेकर पड़ने वाला बोझ हल्का हो जाएगा.
- स्कॉलरशिप से वह कोचिंग की फीस आसानी से अदा कर सकती हैं.
- मोदी सरकार के इस कदम से हम भी डॉक्टर और इंजीनियर बन सकेंगे.
- स्कॉलरशिप से पढ़ाई में इस्तेमाल होने वाली स्टेशनरी के साथ कई और खर्चे अदा हो जाएंगे.
- स्कूल की फीस भी आसानी से भरी जा सकेगी. स्कॉलरशिप के लिए हमने आवेदन भी कर दिया है.
- पिछले कुछ सालों में आवेदन करने के बावजूद स्कॉलरशिप नहीं आने से मायूसी हाथ लगी थी.
- अल्पसंख्यक समुदाय की छात्राओं ने मोदी सरकार के इस कदम की जमकर सराहना की है.
कॉलेज में पढ़ाने वाली टीचर आलिया इदरीस ने भी कहा कि मोदी सरकार ने यह कदम उठाकर अल्पसंख्यक समुदाय की बेहतरी के लिए अच्छा फैसला किया है. स्कॉलरशिप से छात्रों की आगे की पढ़ाई की राह आसान होगी और अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले मुस्लिम समाज जो कि शिक्षा और आर्थिक क्षेत्र में काफी पीछे रह गया था, उसका उत्थान होगा.
-आलिया इदरीस, टीचर