लखनऊ: राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके के हरिहर नगर गांव से दो बच्चे प्रिंस भगवती और रंजन कुमार मंगलवार की शाम करीब 5:30 बजे आचनक लापता हो गए थे. दोनों अपने परिवार के साथ असम से यहां अपने रिश्तेदार के घर आए हुए थे. परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं पता नहीं चल सका, जिसके बाद इसकी सूचना सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस को दी गई, जिसके बाद से ही पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी थी.
छह टीमों का गठन होते ही बच्चे हुए बरामद
इंस्पेक्टर सचिन कुमार के मुताबिक दो बच्चों के संदिग्ध परिस्थितियों में गायब होने की पुलिस की तरफ से गुमशुदगी लिख ली गई है, जिसके बाद पुलिस ने छह टीमों का गठन किया गया था, जिसके बाद से पुलिस उन बच्चों की तलाश कर रही थी, जिसके बाद ही उन बच्चों की लोकेशन शाहजहांपुर के रेलवे स्टेशन पर पाई गई. स्थानीय पुलिस की मदद से उन बच्चों को बरामद किया गया है.
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के दिशा निर्देशन में लगातार कार्य कर रही नाका पुलिस का एक और सराहनीय कार्य सामने आया है. पानदरीबा चौकी प्रभारी नीरज द्विवेदी ने साठ वर्षीय निर्मला देवी को आलमबाग से सकुशल ढूंढ कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया.
गायब वृद्धा को ढूंढ कर परिजनों को सौंपा
सुलतानपुर निवासी गंगा प्रसाद त्रिपाठी की पत्नी अपने फौजी बेटे के साथ कमांड अस्पताल में इलाज कराने आईं थीं. वापसी में चारबाग बस स्टेशन पर वह भटक गईं. पहले तो परिजनों ने स्वयं ही उनको ढूंढने का काफी प्रयास किया. लेकिन थक-हार कर नाका पुलिस को सूचना दी, जिसके लिए थाना प्रभारी ने उप निरीक्षक नीरज द्विवेदी को चुना. नीरज द्विवेदी ने मानसिक रूप से कमजोर वृद्धा को आलमबाग बस स्टेशन से सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंप दिया, जिसके लिए परिजनों ने उपनिरीक्षक नीरज द्विवेदी सहित लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस की त्वरित कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया.