आतंकी गतिविधि मामला : तात्कालीन ATS IGP असीम अरुण की गवाही पूरी, 26-27 जुलाई को होगी अगली गवाही - आतंकी गतिविधि मामले की सुनवाई
एनआईए/एटीएस के विशेष जज अनुरोध मिश्रा ने हत्या व आतंकी गतिविधियों के एक मामले में एटीएस के तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक व यूपी में मंत्री असीम अरुण के केस की सुनवाई की.
लखनऊ : एनआईए/एटीएस के विशेष जज अनुरोध मिश्रा ने हत्या व आतंकी गतिविधियों के एक मामले में एटीएस के तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक व यूपी में मंत्री असीम अरुण के केस की सुनवाई की. जिरह पूरी होने के बाद कोर्ट ने अगली गवाही के लिए 26 व 27 जुलाई की तिथि नियत की है.
मंगलवार को विशेष अदालत के समक्ष असीम अरुण दोबारा कोर्ट में पेश हुए थे. इस दौरान बचाव पक्ष की ओर से उनकी जिरह पूरी की गई. इस मामले में अभियुक्त आतिफ मुज्जफर व मोहम्मद फैसल निरुद्ध हैं. इनके खिलाफ हत्या व आतंकी गतिविधियों में आरोप पत्र दाखिल हुआ था. बीते 10 सितंबर 2018 को अभियुक्तों पर आरोप तय हुआ था. गौरतलब है कि 8 मार्च 2017 को लखनऊ में आतंकी गतिविधियों की साजिश में शामिल रहे सैफुल्लाह की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी.
सैफुल्लाह के घर से 8 रिवाल्वर और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस व खोखे बरामद हुए थे. इस मामले की FIR तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक असीम अरुण ने थाना एटीएस में दर्ज कराई थी. एटीएस को सूचना मिली थी कि भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में बम ब्लास्ट की साजिश में शामिल इस्लामिक स्टेट का सक्रिय सदस्य सैफुल्लाह काकोरी इलाके में रह रहा है.
मामले की विवेचना में पता चला कि 24 अक्टूबर 2016 को कानपुर में जूनियर हाईस्कूल के एक सेवानिवृत शिक्षक रमेश बाबू शुक्ला की हत्या हुई थी. इस हत्या में सैफुल्लाह के घर से बरामद असलहे का प्रयोग हुआ था. हत्या के इस मामले में आतिफ मुज्जफर व मोहम्मद फैसल का नाम भी सामने में आया. दोनों अभियुक्तों ने ISIS के हेड को यह बताने के लिए कि वह कुछ भी कर सकते हैं, इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.
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