लखनऊः श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष और राज्यमंत्री सुनील भराला ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरकार ने ड्राइवरों के लाइसेंस तथा बसों की फिटनेस सर्टिफिकेट मांगे हैं, इस पर राजनीति नहीं है. कांग्रेस मात्र केवल ओछी राजनीति करने की कोशिश कर रही है. फिटनेस सर्टिफिकेट मांगना सरकार का कानूनी हक है.
सुनील भराला ने कहा कि अगर बस में श्रमिक अपने घर जा रहे हैं. इस दौरान अगर कोई बात हो गई. कोई घटना, दुर्घटना हो गई तो उसकी जवाबदेही सरकार की होगी. इसलिए बसों के ड्राइवरों के सूची हो या फिटनेस की जानकारी सरकार ने मांगी है और सरकार ने अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन किया है.
उन्होंने कहा कि मैं प्रियंका गांधी से कहना चाहूंगा श्रमिकों के साथ अगर दया भाव रखती हैं और श्रमिकों की सेवा करना उनका अगर मनोभाव है और श्रमिकों की पीड़ा समझ रहीं हैं तो वह इसे सेवा के रूप में करें, ना की राजनीति करें.
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सुनील भराला ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस प्रकार से दिन-रात सेवा कर रहे हैं. प्रवासी श्रमिकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं. गरीब जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं. इसी प्रकार वह भी अपने आप को स्थापित करें तो देश और प्रदेश उन्हें समझेगा.