लखनऊ: नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने प्रदेश के नगर निकायों में नागरिकों की सुविधाओं के सुचारू संचालन, कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन एवं जन-शिकायतों के प्रभावी निस्तारण के लिए नई हेल्पलाइन शुरू की है. इसके लिए पहले से ही उनके द्वारा शुरू की गयी संभव (SAMBHAV) पोर्टल, डेडिकेटेड कमांड कन्ट्रोल सेन्टर (DCCC) को और असरदार एवं प्रभावी बनाने के लिए राज्य व्यापी टोल-फ्री नंबर 1533 की बुधवार को शुरुआत की.
डेडिकेटेड कमांड कन्ट्रोल सेन्टर बना रहा एक मल्टी मॉडल मंच
मंत्री एके शर्मा ने अप्रैल 2022 की शुरूआत में ही DCCC की शुरूआत की थी. इसी कड़ी में मई में संभव नामक पोर्टल की शुरुआत भी हुई थी. ये दोनों व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हैं. एके शर्मा ने बताया कि प्रदेश के नगर निकायों में डेडिकेटेड कमांड कन्ट्रोल सेन्टर (DCCC) के अंतर्गत नगर विकास विभाग की योजनाएं, जन शिकायतें, विभागीय मुद्दे, विभागीय परियोजनाएं एवं कार्यक्रमों की सक्षम, कड़ी एवं चुस्त निगरानी किए जाने के उद्देश्य से 1533 टोल फ्री की सेवा शुरू की जा रही है. इसके साथ ही DCCC एक बहुविधिक (Multi-Modal) मंच बन रहा है. जिसमें विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ 4 अंकों वाले सरल एवं आसान टोल-फ्री टेलीफोन नंबर के जरिए टेली कॉन्फ्रेंसिंग जनता के लिए उपलब्ध रहेगा.
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DCCC पर स्वतः पंजीकृत हो जाएंगी शिकायतें
मंत्री एक शर्मा ने बताया कि इसी उद्देश्य से सभी नगर निगमों में निगम स्तर पर तथा जिलों में जिले स्तर पर बीएसएनएल की सहभागिता से टेलीफोन की व्यवस्था की गई है. जनपद से कॉल होने वाली समस्त शिकायतें उसी जनपद में पंजीकृत होगी. काल यदि वहां नहीं उठती है तो वह काल लखनऊ स्थित निदेशक स्थानीय निकाय के कार्यालय पर डेडिकेटेड कमांड कन्ट्रोल सेन्टर (DCCC) पर स्वतः पंजीकृत हो जाएंगी. इस प्रकार नगर निकायों की जवाबदेही सुनिश्चित होती रहेगी.
1533 की व्यवस्था के प्रमुख खूबियां
- राज्य-व्यापी टोल-फ्री नंबर के सिर्फ 4 अंक आसानी से याद रहेंगे.
- नंबर मिलाना निःशुल्क है.
- प्रदेश के हर कोने से टोल-फ्री नंबर 1533 पर जुड़ना संभव है.
- प्रातः 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक समस्या / शिकायत दर्ज कर सकते हैं.
- मित्रवत टेलीफोन ऑपरेटर.
- न्यूनतम कॉल कनेक्शन.
- अगर कॉल जनपद में किसी कारणवश नहीं उठी तो स्वतः राज्य स्तर पर स्थापित DCCC पर उठाई जाएगी.
- मोबाइल अथवा DOT Phone दोनों से शिकायत सुगमता से स्वत: संबंधित जनपद में दर्ज होगी.
- समयबद्ध त्वरित एवं गुणवत्तापरक निस्तारण.
- नगर निकाय से जुड़ी हर समस्या का निस्तारण .
- समस्या का अंतिम निस्तारण में लखनऊ के DCCC कार्यालय की निगरानी रहेगी, ताकि जबरन किसी समस्या को निस्तारित न दिखाया जा सके.
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